धनबाद: जमशेदपुर जिले में मानवता को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है. यहां एक अस्पताल में एक मासूम का शव 3 दिन पड़ा रहा. जानकारी के अनुसार धोवाटांड़ शास्त्री नगर के रहने वाले विजय कुमार राय की 4 महीने की मासूम बच्ची का शव जमशेदपुर के टीएमएच अस्पताल में तीन दिनों तक पड़ा रहा. इलाज के दौरान बच्ची की मौत हो गई थी. बताया जा रहा है कि बिल अधिक रहने के कारण परिजनों ने असमर्थता जताई, जिस कारण यह नौबत आई. पैसे न देने का कारण अस्पताल ने शव देने से इंकार कर दिया.
शास्त्री नगर के रहने वाले विजय कुमार राय परिवार समेत आदित्यपुर अपने ससुराल गए थे, जिसके बाद लॉकडाउन की घोषणा हो गई. विजय किसी तरह धनबाद वापस लौट आए, लेकिन उनकी पत्नी और चार महीने की बच्ची वहीं फंसकर रह गए. 4 मई को उनकी बेटी को बुखार हुआ. बच्ची का इलाज एक डॉक्टर से कराया गया, लेकिन डॉक्टर ने बच्ची को टीएमएच रेफर कर दिया.
बच्ची का 9 दिनों तक निमोनिया का इलाज अस्पताल में किया गया. इलाज के दौरान 13 मई को बच्ची की मौत हो गई. अस्पताल के जरिए 1 लाख 40 हजार का बिल परिजनों को दिया गया, लेकिन बिल देने में परिजन समर्थ नहीं थे, जिसके बाद तीन दिनों तक पैसे के लिए बच्ची का शव अस्पताल में पड़ा रहा.
ये भी पढ़ें- झारखंड में शनिवार को मिले दो कोरोना पॉजिटिव मरीज, रांची में 103 में से 81 मरीज हुए ठीक
वहीं, इस मामले की जानकारी बीजेपी नेता हिमांशु कुमार सिंह को मिली. उन्होंने जमशेदपुर सांसद विद्युत वरण महतो को मामले की जानकारी दी, जिसके बाद धनबाद सांसद पीएन सिंह और विधायक राज सिन्हा से भी बातचीत हुई. वहीं, 90 हजार का बिल अस्पताल ने माफ किया और तीन दिनों के बाद बच्ची का शव परिजनों को सौंपा गया है.