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जमशेदपुर की आयुषी को नाम से जानते हैं PM मोदी, आयुष्मान भारत योजना से है खास रिश्ता

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Published : Sep 23, 2019, 11:29 PM IST

Updated : Sep 24, 2019, 8:19 AM IST

इंडिया स्वस्थ रहो, आगे बढ़ो के नारे के साथ शुरू हुई इस आयुष्मान भारत योजना के तहत बीपीएल परिवारों को पांच लाख तक का कैशरहित स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है. इस योजना का लाभ मिलने के बाद से ये परिवार काफी खुश है और उन्होंने बिटिया रानी का नाम भी आयुषी रखा है. उनके मुताबिक आयुषी को पीएम नरेंद्र मोदी ने डॉक्टर बनने का आशीर्वाद दिया था.

आयुषी के साथ परिजन

जमशेदपुर: आयुष्मान भारत मिशन के तहत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की शुरुआत 23 सितंबर 2018 को रांची के प्रभात तारा मैदान से की गई थी. आयुष्मान भारत योजना का लाभ झारखंड के कई लोगों को भी मिला. इसके साथ ही लौहनगरी के महुलडीह गांव की जन्मी बच्ची के एक साल पूरे हो रहे हैं. बिटिया रानी को खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉक्टर बनने के लिए कहा है.

देखें स्पेशल स्टोरी

योजना की पहली लाभान्वित है आयुषी
23 सितंबर की सुबह जब पूर्वी सिंहभूम के महुलडीह गांव की पूनम महतो की प्रसव पीड़ा बढ़ने पर गांव से 16 किलोमीटर दूर जमशेदपुर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां पूनम ने एक बेटी को जन्म दिया, प्रसव पर 18,500 रुपए का खर्च आया लेकिन उन्हें ये पैसे अपनी जेब से नहीं देने पड़े. वजह थी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा झारखंड की राजधानी से कुछ देर पहले ही शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना.

ये भी पढ़ें- जन-आशीर्वाद यात्रा के क्रम में दुमका पहुंचे मुख्यमंत्री, कई जनसभाओं को किया संबोधित

आयुष्मान भारत योजना के एक साल पूरे
आयुष्मान भारत योजना के शुभारंभ के बाद ये बच्ची इस योजना की पहली लाभार्थी बनी. इसलिए उसका नाम माता-पिता ने आयुषी रखा, अब आयुषी के पहले जन्मदिन के साथ ही आयुष्मान भारत योजना के एक साल भी पूरे हो गए हैं. आयुषी के माता-पिता के सहारे धीरे-धीरे आयुषी भी अब अपने पांव से चलने लगी है. आयुषि के माता-पिता को खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नाम से जानते हैं. इसके साथ ही इस दंपति को कहते हैं कि आयुषी को भविष्य में डॉक्टर ही बनाना है.

पीएम मोदी का जताया आभार
आर्थिक रूप से कमजोर दंपति के पास एक साल पहले पैसे नहीं थे, गर्भवती होने के बाद बमुश्किल से पत्नी पूनम को करनडीह स्थित सदर अस्पताल में भर्ती कराया. जहां प्रसव के खर्च का वहन एक निजी कंपनी के द्वारा किया गया. आयुषि के माता-पिता आयुष्मान भारत योजना से काफी खुश हैं. वे प्रधानमंत्री की इस महत्वाकांक्षी योजना का आभार जता रहे हैं.

जमशेदपुर: आयुष्मान भारत मिशन के तहत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की शुरुआत 23 सितंबर 2018 को रांची के प्रभात तारा मैदान से की गई थी. आयुष्मान भारत योजना का लाभ झारखंड के कई लोगों को भी मिला. इसके साथ ही लौहनगरी के महुलडीह गांव की जन्मी बच्ची के एक साल पूरे हो रहे हैं. बिटिया रानी को खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉक्टर बनने के लिए कहा है.

देखें स्पेशल स्टोरी

योजना की पहली लाभान्वित है आयुषी
23 सितंबर की सुबह जब पूर्वी सिंहभूम के महुलडीह गांव की पूनम महतो की प्रसव पीड़ा बढ़ने पर गांव से 16 किलोमीटर दूर जमशेदपुर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां पूनम ने एक बेटी को जन्म दिया, प्रसव पर 18,500 रुपए का खर्च आया लेकिन उन्हें ये पैसे अपनी जेब से नहीं देने पड़े. वजह थी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा झारखंड की राजधानी से कुछ देर पहले ही शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना.

ये भी पढ़ें- जन-आशीर्वाद यात्रा के क्रम में दुमका पहुंचे मुख्यमंत्री, कई जनसभाओं को किया संबोधित

आयुष्मान भारत योजना के एक साल पूरे
आयुष्मान भारत योजना के शुभारंभ के बाद ये बच्ची इस योजना की पहली लाभार्थी बनी. इसलिए उसका नाम माता-पिता ने आयुषी रखा, अब आयुषी के पहले जन्मदिन के साथ ही आयुष्मान भारत योजना के एक साल भी पूरे हो गए हैं. आयुषी के माता-पिता के सहारे धीरे-धीरे आयुषी भी अब अपने पांव से चलने लगी है. आयुषि के माता-पिता को खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नाम से जानते हैं. इसके साथ ही इस दंपति को कहते हैं कि आयुषी को भविष्य में डॉक्टर ही बनाना है.

पीएम मोदी का जताया आभार
आर्थिक रूप से कमजोर दंपति के पास एक साल पहले पैसे नहीं थे, गर्भवती होने के बाद बमुश्किल से पत्नी पूनम को करनडीह स्थित सदर अस्पताल में भर्ती कराया. जहां प्रसव के खर्च का वहन एक निजी कंपनी के द्वारा किया गया. आयुषि के माता-पिता आयुष्मान भारत योजना से काफी खुश हैं. वे प्रधानमंत्री की इस महत्वाकांक्षी योजना का आभार जता रहे हैं.

Intro:एंकर-- आयुष्मान भारत मिशन के तहत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की शुरुआत 23 सितंबर 2018 को राँची के प्रभात तारा मैदान से की गई थी.आयुष्मान भारत योजना से झारखंड में 55 लाख लोगों को फायदा मिलेगा इसके साथ ही लौहनगरी के महुलडीह गावँ की जन्मी बच्ची के एक साल पूरे होने जा रहे हैं।बिटिया रानी को खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉक्टर बनने के लिए कहा है।


Body:वीओ1-- 23 सितंबर की वह सुबह थी जब पूर्वी सिंहभूम के महुलडीह गांव में रहने वाली पूनम महतो की प्रसव पीड़ा ज्यादा बढ़ गई गांव से 16 किलोमीटर दूर जमशेदपुर सदर अस्पताल जाने के लिए उनके पति सिकंदर ने पहले तो किराए का वाहन तलाशा लेकिन कोई साधन न मिलने पर पत्नी को मोटरसाइकिल पर ही लेकर निकल गए दोपहर 1:10 बजे पूनम का सिजेरियन ऑपरेशन किया गया पूनम ने एक बेटी को जन्म दिया प्रसव पर ₹18500 का खर्च आया लेकिन उन्हें ये पैसे अपनी जेब से नहीं देने पड़े वजह थी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा झारखंड की राजधानी रांची से कुछ देर पहले ही शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत इस दंपति के पुत्री के शुभारंभ के बाद इस योजना की पहली लाभार्थी बनी इसलिए उसका नाम माता-पिता ने आयुषी रखा अब आयुषी के पहले जन्मदिन के साथ ही आयुष्मान भारत योजना के एक साल पूरे होने को है.आयुसी के माता-पिता के सहारे धीरे-धीरे आयुषी भी अब अपने पावँ से चलने लगी है.आयुषि के माता-पिता को खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नाम से जानते है.इसके साथ ही इस दंपति को कहते हैं.आयुषि को भविष्य में डॉक्टर ही बनाना बाइट-- सिकंदर महतो (आयुषि पिता) वीओ2--आर्थिक रूप से कमज़ोर दंपति के परिवार वालों के पास एक साल पहले पैसे नहीं थें. गर्भवती होने के बाद बमुश्किल से पत्नी पूनम को करनडीह स्थित सदर अस्पताल में भर्ती कराया जहाँ प्रसव के खर्च का वहन एक निजी कंपनी के द्वारा किया गया आयुषि के माता-पिता आयुष्मान भारत योजना से काफी खुश हैं।प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना का आभार जता रहे हैं। बाइट--पूनम महतो(आयुषि माता)


Conclusion:
Last Updated : Sep 24, 2019, 8:19 AM IST
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