हजारीबाग: जिले में रामनवमी महापर्व की तैयारी अंतिम चरण में है. आने वाले 3 दिनों तक हजारीबाग में रामभक्तों का जनसैलाब सड़कों पर दिखेगा. कोरोना काल की वजह से दो साल बाद इस साल रामनवमी महापर्व भव्य तरीके से मनाई जा रही है. ऐसे में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. हजारीबाग एसपी मनोज रतन चोथे ने इस बार सुरक्षा को लेकर व्यापक इंतजाम करने का दावा किया है. 1 दर्जन से अधिक ड्रोन कैमरा जुलूस के दौरान उड़ते नजर आएंगे. तो दूसरी ओर पूरे हजारीबाग शहर को सीसीटीवी कैमरा से अच्छादित कर दिया गया है.
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पर्व की सुंदरता और भव्यता सुरक्षा व्यवस्था पर निर्भर करती है. शांति से अगर पर्व संपन्न होता है तो पर्व की महत्ता भी बढ़ जाती है. हजारीबाग में आने वाले 50 घंटे बेहद महत्वपूर्ण है. पूरे जिले में लगभग 500 अखाड़े जुलूस के शक्ल में सड़कों पर उतरेंगे. वहीं, शहर की बात की जाए तो लगभग 150 अखाड़े तैयार हैं. इस दौरान लाखों लाख राम भक्त सड़कों पर नजर आएंगे. इसे लेकर सुरक्षा का व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं. हजारीबाग में जिला बल के अलावा 2500 बल पुलिस मुख्यालय ने उपलब्ध कराए हैं. वहीं, सीआरपीएफ महिला बटालियन होमगार्ड समेत बड़ी संख्या में बल की तैनाती हो रही है. पूरे हजारीबाग को सीसीटीवी कैमरे से पाट दिया गया है. कंट्रोल रूम से 24 घंटे नजर रखी जाएगी.
हजारीबाग पुलिस पहली बार एक दर्जन से अधिक ड्रोन कैमरा जुलूस के दौरान उपयोग करने जा रही है. ताकि हर एक व्यक्ति पर नजर रखी जा सके. जुलूस के पहले भी जिला प्रशासन जुलूस मार्ग पर ड्रोन कैमरा के जरिए छत पर रखे गए सामान की भी फोटोग्राफी करने जा रही है. अगर किसी के घर के ऊपर पत्थर या फिर ऐसा सामग्री मिला तो उस पर कार्रवाई की जाएगी. हजारीबाग पुलिस को कुछ इनपुट्स मिली है कि कुछ जगह पर पत्थर जमा किया गया है. ऐसे में अब ड्रोन की मदद से उन लोगों के घर को चिन्हित कर कार्रवाई किया जाएगा. इस बाबत जिला प्रशासन ने माइकिंग भी करवाई है.
जिला प्रशासन के द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के दावे किए जा रहे हैं. ऐसे में आम जनता को भी सजग रहने की जरूरत है. अगर किसी के पास कुछ जानकारी मिलती है तो वह पुलिस कंट्रोल रूम को अवश्य जानकारी दें ताकि रामनवमी जुलूस शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो.