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शहीद सैनिकों के परिवार को मिली सहायता राशि, बच्चों को दी गई शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की सलाह

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Published : Sep 8, 2021, 5:43 PM IST

हजारीबाग में सैनिक कल्याण निदेशालय झारखंड सरकार (Directorate of Soldier Welfare Government of Jharkhand) की ओर से शहीद सैनिकों के परिजनों और सेवानिवृत्त सैनिकों को सहायता राशि दी गई. शहीद जितेंद्र कुमार की पत्नी सुषमा देवी को 2 लाख रुपये का चेक दिया गया. वहीं वैसे सैनिक जिनके बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं, उन्हें 15 हजार रुपये और शहीद जवानों के अंतिम संस्कार का बकाया राशि 10000 रुपये उनके परिजनों को दी गई.

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शहीद सैनिकों के परिजनों को सहायता राशि

हजारीबाग: सीमा की सुरक्षा करने वाले जवान देश के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. उन्हें किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसके लिए सैनिक कल्याण निदेशालय झारखंड सरकार (Directorate of Soldier Welfare Government of Jharkhand) सराहनीय कार्य कर रही है. सैनिक कल्याण निदेशालय वैसे सैनिक जो सेवानिवृत्त हो गए हैं, या फिर जिन्होंने देश की सुरक्षा में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है. उनके साथ हमेशा खड़ी रहती है.

इसे भी पढे़ं: हजारीबाग पुलिस की पहलः दो दर्जन से अधिक गुम हुए स्मार्ट फोन को किया बरामद, मालिकों को किया वापस

झारखंड राज्य सैनिक कल्याण बोर्ड के निदेशक रिटायर्ड ब्रिगेडियर बाल गोविंद पाठक ने सेवानिवृत्त सैनिक और शरीद सैनिकों के आश्रितों को अनुदान राशि के रूप में चेक दिया. जिला सैनिक कल्याण बोर्ड कार्यालय हजारीबाग में पूर्व सैनिक और शहीद सैनिकों के आश्रितों को सहायता राशि दी गई. शहीद जितेंद्र कुमार की पत्नी सुषमा देवी को 2 लाख रुपये का चेक दिया गया, साथ ही साथ उनकी बेटी की शादी के लिए 50 हजार की सहायता राशि भी दी गई. वहीं वैसे सैनिक जिनके बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं, उन्हें 15 हजार रुपये और शहीद जवानों के अंतिम संस्कार का बकाया राशि 10000 रुपये का चेक उनके परिजनों को दिया गया.

देखें पूरी खबर



सैनिकों के बच्चों को शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की सलाह


कार्यक्रम के दौरान निदेशक बाल गोविंद पाठक ने उपस्थित सैनिक और आश्रितों को संबोधित करते हुए कहा कि बोर्ड कार्यालय के संपर्क में आप हमेशा रहें, हम स्थानीय प्रशासन और सरकार से संबंध स्थापित कर लाभ दिलाने की कोशिश करेंगे. वहीं उन्होंने सैनिकों के बच्चों को शिक्षा पर विशेष रूप से ध्यान देने की अपील की. उन्होंने कहा कि कई तरह कि छात्रवृत्ति देने की भी योजना है, लेकिन हम लोगों के पास आवेदन ही नहीं आता है. जिसके कारण हम लोग मदद नहीं कर सकते हैं. वहीं सेवानिवृत्त जवान ने बताया कि इस तरह का कार्यक्रम बेहद ही जरूरी होता है, हमलोगों को जानकारी मिलती है और अपनी समस्या अधिकारियों के सामने रखते हैं. जिससे हमें लाभ मिलता है.

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सैनिकों के परिजनों से अपील

सरकार के साथ-साथ आम जनता की भी जिम्मेवारी है कि वह सेवानिवृत्त जवान के साथ-साथ वैसे जवान जो शहीद हुए हैं. उनके परिजनों के साथ हमेशा खड़ा रहे. वहीं जिला कार्यालय के इंचार्ज रिटायर्ड कर्नल सदानंद सिंह ने भी सैनिकों और उनके परिजनों को किसी भी तरह की समस्या आने पर संपर्क करने की अपील की.

हजारीबाग: सीमा की सुरक्षा करने वाले जवान देश के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. उन्हें किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसके लिए सैनिक कल्याण निदेशालय झारखंड सरकार (Directorate of Soldier Welfare Government of Jharkhand) सराहनीय कार्य कर रही है. सैनिक कल्याण निदेशालय वैसे सैनिक जो सेवानिवृत्त हो गए हैं, या फिर जिन्होंने देश की सुरक्षा में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है. उनके साथ हमेशा खड़ी रहती है.

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झारखंड राज्य सैनिक कल्याण बोर्ड के निदेशक रिटायर्ड ब्रिगेडियर बाल गोविंद पाठक ने सेवानिवृत्त सैनिक और शरीद सैनिकों के आश्रितों को अनुदान राशि के रूप में चेक दिया. जिला सैनिक कल्याण बोर्ड कार्यालय हजारीबाग में पूर्व सैनिक और शहीद सैनिकों के आश्रितों को सहायता राशि दी गई. शहीद जितेंद्र कुमार की पत्नी सुषमा देवी को 2 लाख रुपये का चेक दिया गया, साथ ही साथ उनकी बेटी की शादी के लिए 50 हजार की सहायता राशि भी दी गई. वहीं वैसे सैनिक जिनके बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं, उन्हें 15 हजार रुपये और शहीद जवानों के अंतिम संस्कार का बकाया राशि 10000 रुपये का चेक उनके परिजनों को दिया गया.

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सैनिकों के बच्चों को शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की सलाह


कार्यक्रम के दौरान निदेशक बाल गोविंद पाठक ने उपस्थित सैनिक और आश्रितों को संबोधित करते हुए कहा कि बोर्ड कार्यालय के संपर्क में आप हमेशा रहें, हम स्थानीय प्रशासन और सरकार से संबंध स्थापित कर लाभ दिलाने की कोशिश करेंगे. वहीं उन्होंने सैनिकों के बच्चों को शिक्षा पर विशेष रूप से ध्यान देने की अपील की. उन्होंने कहा कि कई तरह कि छात्रवृत्ति देने की भी योजना है, लेकिन हम लोगों के पास आवेदन ही नहीं आता है. जिसके कारण हम लोग मदद नहीं कर सकते हैं. वहीं सेवानिवृत्त जवान ने बताया कि इस तरह का कार्यक्रम बेहद ही जरूरी होता है, हमलोगों को जानकारी मिलती है और अपनी समस्या अधिकारियों के सामने रखते हैं. जिससे हमें लाभ मिलता है.

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सैनिकों के परिजनों से अपील

सरकार के साथ-साथ आम जनता की भी जिम्मेवारी है कि वह सेवानिवृत्त जवान के साथ-साथ वैसे जवान जो शहीद हुए हैं. उनके परिजनों के साथ हमेशा खड़ा रहे. वहीं जिला कार्यालय के इंचार्ज रिटायर्ड कर्नल सदानंद सिंह ने भी सैनिकों और उनके परिजनों को किसी भी तरह की समस्या आने पर संपर्क करने की अपील की.

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