हजारीबाग: मेडिकल कॉलेज में नामांकन की प्रक्रिया 1 महीने के अंदर शुरू हो जाएगी. इस बात की जानकारी हजारीबाग मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ एसके सिंह ने दी है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद झारखंड के तीनों नवनिर्मित मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई का रास्ता साफ हो गया है.
सर्वोच्च न्यायालय के आदेश आने के बाद हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में प्रशासनिक गतिविधि भी बढ़ गई है. हजारीबाग के उपायुक्त, उप विकास आयुक्त, मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक, प्राचार्य समेत कई वरीय अधिकारियों ने कॉलेज का निरीक्षण किया और कॉलेज के बारे में तमाम जानकारी ली.
एमबीबीएस की 100 सीटों पर होगा नामांकन
झारखंड में तीन नवनिर्मित मेडिकल कॉलेज पलामू, दुमका और हजारीबाग में शैक्षणिक सत्र 2019-20 से एमबीबीएस की 100 सीटों पर नामांकन और पढ़ाई शुरू हो जाएगी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शैक्षणिक कार्य शुरू किया जा रहा है. हजारीबाग में मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई को लेकर प्रशासनिक पदाधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों में भी खुशी देखने को मिल रही है.
सबका इंतजार हुआ खत्म
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर एके सिंह ने कहा कि अब जिस बात का इंतजार था वह पूरा हो चुका है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हम लोग पढ़ाई शुरू कर देंगे. इस बाबत प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति भी हो गई है. मेडिकल कॉलेज के लिए जो उपकरण चाहिए वह उपकरण भी आ चुके हैं. अब उन उपकरणों को लगाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह टीम वर्क का ही परिणाम है कि आज मेडिकल कॉलेज शुरू होने जा रहा है. उन्होंने कहा कि हजारीबाग मेडिकल कॉलेज उनके लिए अपने घर के समान है और उस घर को सजा संवार कर ठीक किया जाएगा.
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सिविल सर्जन ने खुशी जाहिर की
सिविल सर्जन और मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ कृष्ण कुमार ने आदेश आने के बाद खुशी व्यक्त की और कहा कि इसके लिए सदर अस्पताल भी तैयार है. उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की भी कमी नहीं है. हम अच्छे से अच्छा विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज से बना कर समाज को देंगे ताकि वह सेवा कर सके.
पीएम ने किया था कॉलेज का उद्घाटन
सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने के बाद भारतीय जनता पार्टी से स्थानीय सदर विधायक मनीष जायसवाल ने खुशी व्यक्त की है. सुप्रीम कोर्ट के प्रति आभार प्रकट भी किया है. उन्होंने कहा कि जिस उमंग के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन किया था और अब हम उसकी पढ़ाई शुरू करने जा रहे हैं. उन्होंने जो वादा किया था वह वादा पूरा किया गया है.