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विनोबा भावे विश्वविद्यालय में होगा पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन साइबर सिक्योरिटी एंड डिफेंस की पढ़ाई, सितंबर से होगा एडमिशन - हजारीबाग की खबर

हजारीबाग के विनोबा भावे विश्वविद्यालय में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन साइबर सिक्योरिटी एंड डिफेंस पाठ्यक्रम शुरू होगा. सितंबर 2022 से इस पाठ्यक्रम की शुरुआत की जाएगी. एडमिशन लेने वाले छात्रों के लिए पाइथन टेस्ट पास करना अनिवार्य होगा.

Vinoba Bhave University
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Published : Jun 25, 2022, 8:43 AM IST

Updated : Jun 25, 2022, 3:31 PM IST

हजारीबाग: विनोबा भावे विश्वविद्यालय पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा इन साइबर सिक्योरिटी एंड डिफेंस पाठ्यक्रम शुरू करेगा. इस पाठ्यक्रम को प्रारंभ करने वाला विनोबा भावे संभवत पहला विश्वविद्यालय होगा. कुलपति डॉक्टर मुकुल नारायण देव ने बताया कि सितंबर 2022 से पाठ्यक्रम की शुरुआत यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में की जाएगी. पूरी तरह ऑनलाइन पाठ्यक्रम को शुरू करने के लिए विश्वविद्यालय ने भारत के प्रतिष्ठित संस्थान साइबर विद्यापीठ के साथ एमओयू साइन किया है. कोर्स के लिए महज ₹80 हजार शुल्क निर्धारित किया गया है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में साइबर अपराध बढ़ता जा रहा है.आने वाले दिनों में सभी क्षेत्रों में साइबर क्राइम की रोकथाम के लिए प्रोफेशनल की जरूरत होगी. विश्वविद्यालय देश को अब प्रोफेशनल देगा.

ये भी पढ़ें:- विनोवा भावे विश्वविद्यालय में शिक्षकों की भारी कमी, अधर में लटका बीएड छात्रों का भविष्य

भारत में एक लाख पद रिक्त: साइबर विद्यापीठ के सीईओ शशांक ने साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में रिक्त पद के अनुरूप पर्सनल तैयार नहीं किए जाने की बात कही है. उनका कहना है कि पूरी दुनिया में वर्तमान में 21 लाख और भारत में 1 लाख पद रिक्त हैं. आईटी के मामले में भारत अच्छा है इस मामले में हमें मजबूत बनना है. पाठ्यक्रम में नामांकन के लिए अभ्यर्थियों को पाइथन टेस्ट क्लियर करना होगा. जिन्होंने पाइथन नहीं सीखा है वह भी सिख कर टेस्ट में शामिल हो सकते हैं.

देखें पूरी खबर

सिस्टम इंजीनियरिंग के क्षेत्र में आगे बढ़ना: साइबर विद्यापीठ के चीफ मेंटर बालाजी का कहना है कि हमें सिस्टम इंजीनियरिंग के क्षेत्र में आगे बढ़ना होगा. पिछले साल पूरे देश भर में मात्र 20 गवर्नमेंट कॉलेज में साइबर सिक्योरिटी का कोड लागू हुआ है. अब हमारा बीआईटी मेसरा के साथ एमओयू हुआ है. हमें टीचर्स को इस क्षेत्र में ट्रेंड करना है. साइबर सिक्योरिटी का वर्तमान में 4 साल का कोर्स होता है. हमने उसे 1 साल का बनाया है. हम विद्यार्थियों को 5 मॉडल पर पढ़ाएंगे. जिसमें विद्यार्थी लैपटॉप डेस्कटॉप से ऑनलाइन क्लास कर पाएंगे. कहा जाए तो हजारीबाग शिक्षा के क्षेत्र में एक नया क्रांति आने वाले समय में लाने जा रहा है जहां साइबर सिक्योरिटी की पढ़ाई छात्र करेंगे और इससे पूरे देश को लाभ मिलेगा यही नहीं हजारीबाग आने वाले दिनों में टेक्निकल के रूप में भी विकसित होगा.

हजारीबाग: विनोबा भावे विश्वविद्यालय पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा इन साइबर सिक्योरिटी एंड डिफेंस पाठ्यक्रम शुरू करेगा. इस पाठ्यक्रम को प्रारंभ करने वाला विनोबा भावे संभवत पहला विश्वविद्यालय होगा. कुलपति डॉक्टर मुकुल नारायण देव ने बताया कि सितंबर 2022 से पाठ्यक्रम की शुरुआत यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में की जाएगी. पूरी तरह ऑनलाइन पाठ्यक्रम को शुरू करने के लिए विश्वविद्यालय ने भारत के प्रतिष्ठित संस्थान साइबर विद्यापीठ के साथ एमओयू साइन किया है. कोर्स के लिए महज ₹80 हजार शुल्क निर्धारित किया गया है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में साइबर अपराध बढ़ता जा रहा है.आने वाले दिनों में सभी क्षेत्रों में साइबर क्राइम की रोकथाम के लिए प्रोफेशनल की जरूरत होगी. विश्वविद्यालय देश को अब प्रोफेशनल देगा.

ये भी पढ़ें:- विनोवा भावे विश्वविद्यालय में शिक्षकों की भारी कमी, अधर में लटका बीएड छात्रों का भविष्य

भारत में एक लाख पद रिक्त: साइबर विद्यापीठ के सीईओ शशांक ने साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में रिक्त पद के अनुरूप पर्सनल तैयार नहीं किए जाने की बात कही है. उनका कहना है कि पूरी दुनिया में वर्तमान में 21 लाख और भारत में 1 लाख पद रिक्त हैं. आईटी के मामले में भारत अच्छा है इस मामले में हमें मजबूत बनना है. पाठ्यक्रम में नामांकन के लिए अभ्यर्थियों को पाइथन टेस्ट क्लियर करना होगा. जिन्होंने पाइथन नहीं सीखा है वह भी सिख कर टेस्ट में शामिल हो सकते हैं.

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सिस्टम इंजीनियरिंग के क्षेत्र में आगे बढ़ना: साइबर विद्यापीठ के चीफ मेंटर बालाजी का कहना है कि हमें सिस्टम इंजीनियरिंग के क्षेत्र में आगे बढ़ना होगा. पिछले साल पूरे देश भर में मात्र 20 गवर्नमेंट कॉलेज में साइबर सिक्योरिटी का कोड लागू हुआ है. अब हमारा बीआईटी मेसरा के साथ एमओयू हुआ है. हमें टीचर्स को इस क्षेत्र में ट्रेंड करना है. साइबर सिक्योरिटी का वर्तमान में 4 साल का कोर्स होता है. हमने उसे 1 साल का बनाया है. हम विद्यार्थियों को 5 मॉडल पर पढ़ाएंगे. जिसमें विद्यार्थी लैपटॉप डेस्कटॉप से ऑनलाइन क्लास कर पाएंगे. कहा जाए तो हजारीबाग शिक्षा के क्षेत्र में एक नया क्रांति आने वाले समय में लाने जा रहा है जहां साइबर सिक्योरिटी की पढ़ाई छात्र करेंगे और इससे पूरे देश को लाभ मिलेगा यही नहीं हजारीबाग आने वाले दिनों में टेक्निकल के रूप में भी विकसित होगा.

Last Updated : Jun 25, 2022, 3:31 PM IST
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