हजारीबागः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार गरीब कल्याण रोजगार योजना की शुरुआत की है. वेबकास्टिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी ने इसका ऑनलाइन शुभारंभ किया है. जिसमें देश के 6 राज्य और 116 जिला शामिल है. झारखंड के 3 जिले को भी इसमें शामिल किया गया है. जिसमें हजारीबाग, गिरिडीह और गोड्डा शामिल हैं. वहीं बिहार के 32 जिला को इसमें शामिल किया गया है. जिसमें 50 हजार करोड़ों रुपए खर्च करने की योजना है.
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कार्यक्रम के शुभारंभ करने के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गांव का विकास करना महत्वपूर्ण है. गरीबों को तत्काल उनके आय को बढ़ाना है और श्रमिक ही इस योजना के प्रेरणा है. उन्होंने उत्तर प्रदेश के स्कूल की उदाहरण देते हुए कहा कि वहां के श्रमिकों ने स्कूल का कायाकल्प कर दिया और वहीं से उन्हें प्रेरणा मिली है. उन्होंने कहा कि मैं एक ऐसी योजना को लाऊं जो कुशल श्रमिकों के लिए वरदान साबित हो और उनके लिए यह प्रोजेक्ट तैयार किया गया है, ताकि अपने जीवन का स्तर बढ़ा सकें. उन्होंने कहा कि आधुनिक सुविधा को भी गांव से जोड़ा जाएगा. गांव में शहर से ज्यादा इंटरनेट का उपयोग हो रहा है. हम लोग हुनर की मैपिंग कर रहे हैं और उसके अनुसार ही उन्हें काम दिया जाएगा. श्रमिक को कर्ज न लेना पड़े इसकी तैयारी की जा रही है.
हजारीबाग के उपायुक्त ने कहा कि हजारीबाग को में इस योजना को लेकर तैयारी चल रही है. हमारे पास डीएमएफटी फंड है जिसका कन्वर्जन करना है. SCA में 13 करोड़ की राशि हमारे पास है. इसके अलावा भी अलग-अलग फंड राशि मिल रही है. कुल 25 योजनाओं पर हम लोगों को काम करना है. इस बाबत सभी प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी साथ बैठक करके योजना बनाई जा रही है. प्रत्येक पंचायत में 2 करोड़ रुपए खर्च करना है. हजारीबाग में कुल 250 पंचायत हैं. इसे देखते हुए 500 करोड़ रुपया आगामी 4 माह में हम लोगों को इस योजना में खर्च करना है. उन्होंने कहा कि आने वाले 4 महीने में हजारीबाग जिले में 25 योजनाओं पर युद्ध स्तर पर काम चलेगा और इसका फायदा प्रवासी मजदूरों को मिलेगा, अब देखने वाली बात होगी हजारीबाग जिला प्रशासन इस योजना को किस हद तक सफल कर पाती है.