हजारीबाग: बरही थाना परिसर में दुर्गा पूजा को लेकर शांति समिति की बैठक हुई. जिसमें कई समाजसेवियों के अलावा दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष शामिल हुए. इस बैठक में पूजा को लेकर सरकार के जारी गाइडलाइन को लोगों के बीच रखा.
इस संबंध में थाना प्रभारी ने बताया कि बरही में कुल 11 जगहों पर दुर्गा पूजा का आयोजन होता है. दुर्गा पूजा मंदिर या घर पर निजी तौर पर लोग मनाते है. इस बार दुर्गा पूजा पंडाल और मंडप चारों ओर से घिरा रहेगा. पंडाल और मंडप में किसी तरह का कोई थीम नहीं होगा. आस-पास लाइटिंग से सजावट नहीं होगी. वेलकम गेट, तोरण द्वार नहीं बनाया जाएगा. प्रतिमा का साइज 4 फुट से कम होना चाहिए. लोगों का संबोधन नहीं होगा, ना ही मेला का आयोजन, ना ही ठेला, खोमचा, फूड स्टॉल लगाया जाएगा.
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पूजा के दौरान पुजारी के अलावा समिति के छः सदस्य ही शामिल होंगे. विसर्जन के दिन जुलूस की मनाही है. प्रशासन के निर्धारित स्थल पर मूर्ति का विसर्जन तय समय पर होगा. सांस्कृतिक संगीत प्रोग्राम, सामुदायिक भोज, प्रसाद भोग का आयोजन नहीं करना है. पंडालों का उद्घाटन समारोह सार्वजनिक स्थान पर गरबा, डांडिया रावण दहन नहीं किया जाएगा. कोविड-19 के कारण इस बार पूजा का स्वरूप काफी अलग होगा, जिससे लोगों में निराशा छाई है.