हजारीबाग: सांसद जयंत सिन्हा (Jayant Sinha) इन दिनों अपने संसदीय क्षेत्र में हैं और आम जनता से मुलाकात कर रहे हैं. जयंत सिन्हा बेहद ही शांत स्वभाव के नेता माने जाते हैं, लेकिन सोमवार को वो कुछ लोगों के लगाए आरोपों से भड़क गए और राजनीति से इस्तीफा देने की भी चेतावनी दे दी.
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हजारीबाग बानादाग रेलवे कोल स्लाइडिंग इन दिनों विवादों में है. कोयला ढुलाई के कारण वहां प्रदूषण फैल रहा है. खेतों में कोयले का पानी पहुंच रहा है, जिससे सैकड़ों एकड़ खेत में लगे धान की फसल भी बर्बाद हो गयी है. जब भी बारिश होती है तो कोयले वाला पानी खेतों में पहुंच जाता है. इस बात की शिकायत ग्रामीणों ने सांसद जयंत सिन्हा से की थी. इस मामले को लेकर जयंत सिन्हा कोल स्लाइडिंग का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे, जहां लोगों ने उनका स्वागत भी किया.
ग्रामीणों पर भड़के सांसद
ग्रामीणों ने सांसद से कहा कि हमलोग यहां शिकायत करते हैं, लेकिन हमारी कोई सुनने वाला नहीं है, सांसद और विधायक का यहां व्यवसाय चलता है, इस कारण प्रशासन मौन रहता है और कंपनी मनमानी तरीके से काम करती है. ग्रामीणों ने जयंत सिन्हा से सवाल भी किया कि अगर आपका व्यवसाय चलता है तो आप हमें स्पष्ट रूप से बता दें, ताकि हमें भी जानकारी हो. ग्रामीणों के सवाल करते ही सासंद भड़क गए.
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मुझे बदनाम करने की कोशिश
जयंत सिन्हा ने ग्रामीणों को दो टूक में कहा कि मेरी छवि इस तरह की नहीं है. मैं किसी भी व्यापार में सम्मिलित नहीं हूं. अगर मुझे बदनाम करने की कोशिश की जाएगी तो मैं इसका जवाब भी दूंगा. उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए लगा हूं. इस तरह से मुझे बदनाम नहीं किया जा सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि हजारीबाग में कई रेलवे स्लाइडिंग चल रहे हैं और अगर उसमें मेरी संलिप्तता होगी तो मैं राजनीति से इस्तीफा दे दूंगा.