हजारीबाग: जिले के नगर निगम में इन दिनों भूचाल आया हुआ है. नगर निगम के सभी जनप्रतिनिधियों ने नगर आयुक्त की कार्यप्रणाली और उनके व्यवहार से परेशान होकर सीएम हेमंत सोरेन को इस्तीफा देने का मूड बना चुके हैं. इसी को लेकर आज (11 दिसंबर) महापौर की अध्यक्षता में सभी पार्षद इस्तीफा देने के लिए परिसदन पहुंच गए. लेकिन सीएम के कार्यक्रम में अचानक फेरबदल हुआ और वे परिसदन नहीं पहुंच पाए. इस कारण अब नगर निगम के जनप्रतिनिधि रांची जाकर उन्हें अपना इस्तीफा देंगे.
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नगर आयुक्त का व्यवहार ठीक नहीं
दरअसल नगर निगम के महापौर और अन्य पार्षदों की माने तो नगर आयुक्त का व्यवहार जनप्रतिनिधियों के साथ अच्छा नहीं है और वह काम भी नहीं करने देना चाहती हैं. इस कारण वे लोग काफी परेशान और क्षुब्ध है. उन्होंने बताया कि नगर आयुक्त का तबादला हजारीबाग से कर दिया जाए अन्यथा हम सभी जन प्रतिनिधि एक साथ इस्तीफा देंगे.
जाती सूचक शब्दों का प्रयोग
मेयर ने नगर आयुक्त पर जनप्रतिनिधियों के खिलाफ जाती सूचक शब्दों का प्रयोग करने का आरोप लगाया, उन्होंने कहा वे सभी नगर आयुक्त के इस तरह के व्यवहार से काफी आहत हैं. दूसरे जनप्रतिनिधियों ने भी नगर आयुक्त का तबादला करने की मांग की और कहा अगर ऐसा नहीं होता है तो वे नगर निगम में जनप्रतिनिधि की हैसियत से सेवा नहीं देंगे. जाहिर है स्थिति काफी गंभीर है. जनप्रतिनिधि पदाधिकारी की कार्यप्रणाली को लेकर इस्तीफा देने की बात करें तो स्थिति चिंताजनक मानी जा सकती है अब देखने वाली बात होगी मुख्यमंत्री जो खुद ही जनप्रतिनिधि हैं वह इन जनप्रतिनिधियों के बारे में क्या कदम उठाते हैं.