ETV Bharat / city

जिस जगह पर रखी गई थी बापू की अस्थी कलश, वहां बनी प्रतिमा को असामाजिक तत्वों ने किया क्षतिग्रस्त

author img

By

Published : Feb 9, 2020, 1:24 PM IST

हजारीबाग के कुम्हार टोली में महात्मा गांधी की प्रतिमा को कुछ अंजान लोगों ने क्षतिग्रस्त कर दिया है. अहले सुबह ग्रामीणों ने जब देखा टूटी हुई प्रतिमा को देखा तो यह बात हजारीबाग में आग की तरह फैल गई और लोगों का कहना है कि सत्य और अहिंसा के पुजारी बापू के साथ हिंसा की गई है.

Mahatma Gandhi statue damaged
महात्मा गांधी की प्रतिमा क्षतिग्रस्त

हजारीबाग: जिले के कुम्हार टोली नालापार स्थित गांधी स्मारक स्थापित महात्मा गांधी की प्रतिमा अज्ञात लोगों ने क्षतिग्रस्त कर गिरा दिया. प्रतिमा देखकर लगता है कि किसी ने भारी-भरकम हथियार से दोनों पैर पर प्रहार किया मूर्ति क्षतिग्रस्त किया. स्मारक में प्रवेश करने का एक गेट है जिसे बंद रखा जाता है. छोटे गेट से लोग प्रवेश करते हैं. मुख्य स्मारक जहां मूर्ति है वहां भी गेट लगाया गया है. उस गेट के अंदर घुसकर प्रतिमा तोड़ी गई है.

देखें पूरी खबर

घटना के बाद स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है. इस स्मारक की देखभाल का जिम्मा बैंक ऑफ इंडिया ने लिया था, लेकिन यहां सुरक्षा के नाम पर किसी भी तरह की व्यवस्था नहीं की गई है. यह स्मारक काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी स्थान पर महात्मा गांधी की अस्थि कलश लाई गई थी और हजारीबाग के लोगों ने दर्शन किया था. जिसके बाद इस जगह को विकसित किया गया और स्मारक बनाया गया. हर साल 2 अक्टूबर को यहां बड़े धूमधाम से कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है लेकिन सिर्फ एक ही दिन यहां व्यवस्था देखने को मिलती है.

ये भी देखें- मोमेंटम झारखंड घोटाला: ACB ने मांगी जांच की अनुमति, पूर्व सीएम सहित कई अधिकारियों पर है आरोप

गांधी स्मारक पर जुआरियों का अड्डा
अन्य दिन यहां अपराधी और जुआरियों का अड्डा लगा रहता है. यहां तक कि शराबी भी स्मारक के पिछले हिस्से में आकर शराब पीते हैं. कई बार जिला प्रशासन को भी इसकी सूचना दी गई लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की है, जिसका खामियाजा भुगतना पड़ा रहा है.

हजारीबाग: जिले के कुम्हार टोली नालापार स्थित गांधी स्मारक स्थापित महात्मा गांधी की प्रतिमा अज्ञात लोगों ने क्षतिग्रस्त कर गिरा दिया. प्रतिमा देखकर लगता है कि किसी ने भारी-भरकम हथियार से दोनों पैर पर प्रहार किया मूर्ति क्षतिग्रस्त किया. स्मारक में प्रवेश करने का एक गेट है जिसे बंद रखा जाता है. छोटे गेट से लोग प्रवेश करते हैं. मुख्य स्मारक जहां मूर्ति है वहां भी गेट लगाया गया है. उस गेट के अंदर घुसकर प्रतिमा तोड़ी गई है.

देखें पूरी खबर

घटना के बाद स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है. इस स्मारक की देखभाल का जिम्मा बैंक ऑफ इंडिया ने लिया था, लेकिन यहां सुरक्षा के नाम पर किसी भी तरह की व्यवस्था नहीं की गई है. यह स्मारक काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी स्थान पर महात्मा गांधी की अस्थि कलश लाई गई थी और हजारीबाग के लोगों ने दर्शन किया था. जिसके बाद इस जगह को विकसित किया गया और स्मारक बनाया गया. हर साल 2 अक्टूबर को यहां बड़े धूमधाम से कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है लेकिन सिर्फ एक ही दिन यहां व्यवस्था देखने को मिलती है.

ये भी देखें- मोमेंटम झारखंड घोटाला: ACB ने मांगी जांच की अनुमति, पूर्व सीएम सहित कई अधिकारियों पर है आरोप

गांधी स्मारक पर जुआरियों का अड्डा
अन्य दिन यहां अपराधी और जुआरियों का अड्डा लगा रहता है. यहां तक कि शराबी भी स्मारक के पिछले हिस्से में आकर शराब पीते हैं. कई बार जिला प्रशासन को भी इसकी सूचना दी गई लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की है, जिसका खामियाजा भुगतना पड़ा रहा है.

Intro:सत्य और अहिंसा के पुजारी बापू की प्रतिमा को असामाजिक तत्वों के द्वारा कुमा टोली पार नाला स्थित गांधी पार्क में तोड़ दी गई है जब सुबह मोहल्ले वाले घर से बाहर निकले तो टूटा हुआ मूर्ति देखा और यह बात आपकी तरह पूरे हजारीबाग में फैल गई कि अहिंसा के पुजारी के साथ हिंसा की गई है।


Body:हजारीबाग कुम्हार टोली नालापार स्थित गांधी स्मारक स्थापित महात्मा गांधी की प्रतिमा अज्ञात लोगों ने तोड़कर गिरा दिया है। प्रतिमा देखकर लगता है कि किसी ने भारी-भरकम समान से दोनों पैर पर प्रहार किया हो जिससे मुर्ति गिरा डाला। यह आखिर घटना कैसे घटी इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है। स्मारक में प्रवेश करने का एक गेट है जिसे बंद रखा जाता है। छोटे गेट से लोग प्रवेश करते हैं। मुख्य स्मारक जहां मूर्ति है वहां भी गेट लगाया गया है। उस गेट के अंदर घुसकर प्रतिमा को तोड़ी गई है। घटना के बाद स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश भी है कि आखिर कैसे बापू की प्रतिमा तोड़ दी गई है ।बताना जरूरी है कि इस स्मारक को बैंक ऑफ इंडिया ने देखभाल कर लिया है। लेकिन यहां सुरक्षा के नाम पर किसी भी तरह की व्यवस्था नहीं की गई।

यह स्मारक काफी महत्वपूर्ण भी है क्योंकि इसी स्थान पर महात्मा गांधी की अस्थि लाई गई थी और हजारीबाग के लोगों ने दर्शन किया था ।इसके बाद इस जगह को विकसित किया गया और स्मारक बनाया गया ।हर साल 2 अक्टूबर को यहां बड़े धूमधाम से कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है ।लेकिन सिर्फ एक ही दिन यहां व्यवस्था देखने को मिलती है। अन्य दिन यहां अपराधी और जुआरियों का अड्डा लगा रहता है ।यहां तक कि शराबी भी स्मारक के पिछले हिस्से में आकर शराब पीते हैं ।कई बार जिला प्रशासन को भी इसकी सूचना दी गई लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की है जिसका खामियाजा भुगतना पड़ा।

byte.... मनोज वर्मा ,अध्यक्ष ,गांधी स्मारक विकास न्यास
byte... रंजन चौधरी ,स्थानीय


Conclusion:स्थिति देखकर लगता है कि हमारा समाज भटक गया है और अहिंसा के पुजारी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रतिमा तक को नहीं छोड़ रहा है ऐसे में जरूरत है लोगों को जागरूक करने की।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.