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हर हाथ कामः मुख्यमंत्री श्रमिक योजना से मजदूरों को मिल रहा रोजगार

मुख्यमंत्री श्रमिक योजना से मजदूरों को रोजगार मिल रहा है. इसमें मनरेगा की तर्ज पर मजदूरों को 100 दिनों की रोजगार की गारंटी भी दी जाएगी.

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मुख्यमंत्री श्रमिक योजना
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Published : Jun 2, 2021, 4:32 AM IST

Updated : Jun 2, 2021, 6:57 AM IST

हजारीबागः श्रमिक वर्ग देश का ऐसा वर्ग है, जो दिन रात मेहनत करके कमाई करता है. जो श्रमिक महिलाएं होती हैं, उन्हें तो और भी अधिक काम करना होता है. वो घर भी चलाती हैं, बच्चों को पालती भी हैं और दो वक्त की रोटी के लिए मजदूरी भी करती हैं. कोरोना काल में श्रमिकों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है. इसको देखते हुए झारखंड सरकार ने मुख्यमंत्री श्रमिक रोजगार योजना की शुरुआत की. जिसके तहत मजदूरों को रोजगार भी मिलना शुरू हो गया है.

देखें पूरी खबर
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कोरोना के संक्रमण की वजह से लगे लॉकडाउन के कारण शहरी क्षेत्रों में रहने वाले बेरोजगार ग्रामीणों को रोजगार देने के उद्देश्य से झारखंड सरकार ने मुख्यमंत्री श्रमिक रोजगार योजना की शुरुआत की है. मुख्यमंत्री श्रमिक रोजगार योजना 2021 के तहत मनरेगा की तर्ज पर श्रमिक मजदूरों को 100 दिनों की रोजगार की गारंटी भी दी जाएगी. योजना का लाभ लेने के पहले कार्ड बनवाना होगा. कार्ड बनाने के लिए शहरी स्थानीय निकाय नगर निगम मदद करती है.

Labors got employment from Mukhyamantri Shramik Yojana in Hazaribag
तालाब का चौड़ीकरण करते मजदूर

हजारीबाग में भी इन दिनों इस योजना का लाभ श्रमिकों को मिल रहा है. मजदूर भी कह रहे हैं कि हमें इस कोरोना काल में खाने की लाले पड़ गए थे. हम बेरोजगार घर में बैठे हुए थे. ऐसे में मुख्यमंत्री श्रमिक रोजगार योजना का लाभ हमें मिला है, हमें काम मिल रहा है. जिसे हम अपना परिवार का भरण पोषण कर पा रहे हैं. इस तरह की योजना संक्रमण काल के दौरान हम लोगों के लिए बेहद लाभकारी होगा. मजदूर का कहना भी है कि हम लोग जो पैसा कमाएंगे, उससे बच्चों को पढ़ा भी पाएंगे. क्योंकि मजदूरी का काम नहीं मिलने के कारण बच्चे पढ़ नहीं पा रहे थे और घर में खाने की समस्या भी हो रही थी. ऐसे में यह योजना हमारे परिवार के लिए वरदान साबित हो रहा है.

Labors got employment from Mukhyamantri Shramik Yojana in Hazaribag
काम करतीं महिला मजदूर

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दूसरी ओर नगर निगम में सेवा देने वाली पदाधिकारी भी बताती हैं कि हजारीबाग नगर निगम के श्रमिकों के लिए यह योजना वरदान साबित हो रहा है. कोरोना की तीसरी लहर के समय जब श्रमिकों को रोटी नसीब नहीं हो रही थी, दैनिक मजदूरी कार्य बंद थे. ऐसे समय में योजना चलाया जा रहा है. जिसमें प्रत्येक मजदूर को 285 रुपया उनके अकाउंट में दिया जा रहा. हजारीबाग में सड़क, सफाई से लेकर तालाब की चौड़ीकरण, सुंदरीकरण में इन मजदूरों को लगाया जा रहा है. आगे भी हम लोग नगर आयुक्त के निर्देशानुसार इन मजदूरों को अलग-अलग जगह पर काम में लगाएंगे. इसका दो लाभ होगा पहला तो इन्हें रोजगार मिलेगा और दूसरा हजारीबाग शहर साफ सुथरा और सुंदर भी दिखेगा.

हजारीबागः श्रमिक वर्ग देश का ऐसा वर्ग है, जो दिन रात मेहनत करके कमाई करता है. जो श्रमिक महिलाएं होती हैं, उन्हें तो और भी अधिक काम करना होता है. वो घर भी चलाती हैं, बच्चों को पालती भी हैं और दो वक्त की रोटी के लिए मजदूरी भी करती हैं. कोरोना काल में श्रमिकों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है. इसको देखते हुए झारखंड सरकार ने मुख्यमंत्री श्रमिक रोजगार योजना की शुरुआत की. जिसके तहत मजदूरों को रोजगार भी मिलना शुरू हो गया है.

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Labors got employment from Mukhyamantri Shramik Yojana in Hazaribag
तालाब का चौड़ीकरण करते मजदूर

हजारीबाग में भी इन दिनों इस योजना का लाभ श्रमिकों को मिल रहा है. मजदूर भी कह रहे हैं कि हमें इस कोरोना काल में खाने की लाले पड़ गए थे. हम बेरोजगार घर में बैठे हुए थे. ऐसे में मुख्यमंत्री श्रमिक रोजगार योजना का लाभ हमें मिला है, हमें काम मिल रहा है. जिसे हम अपना परिवार का भरण पोषण कर पा रहे हैं. इस तरह की योजना संक्रमण काल के दौरान हम लोगों के लिए बेहद लाभकारी होगा. मजदूर का कहना भी है कि हम लोग जो पैसा कमाएंगे, उससे बच्चों को पढ़ा भी पाएंगे. क्योंकि मजदूरी का काम नहीं मिलने के कारण बच्चे पढ़ नहीं पा रहे थे और घर में खाने की समस्या भी हो रही थी. ऐसे में यह योजना हमारे परिवार के लिए वरदान साबित हो रहा है.

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काम करतीं महिला मजदूर

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दूसरी ओर नगर निगम में सेवा देने वाली पदाधिकारी भी बताती हैं कि हजारीबाग नगर निगम के श्रमिकों के लिए यह योजना वरदान साबित हो रहा है. कोरोना की तीसरी लहर के समय जब श्रमिकों को रोटी नसीब नहीं हो रही थी, दैनिक मजदूरी कार्य बंद थे. ऐसे समय में योजना चलाया जा रहा है. जिसमें प्रत्येक मजदूर को 285 रुपया उनके अकाउंट में दिया जा रहा. हजारीबाग में सड़क, सफाई से लेकर तालाब की चौड़ीकरण, सुंदरीकरण में इन मजदूरों को लगाया जा रहा है. आगे भी हम लोग नगर आयुक्त के निर्देशानुसार इन मजदूरों को अलग-अलग जगह पर काम में लगाएंगे. इसका दो लाभ होगा पहला तो इन्हें रोजगार मिलेगा और दूसरा हजारीबाग शहर साफ सुथरा और सुंदर भी दिखेगा.

Last Updated : Jun 2, 2021, 6:57 AM IST
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