हजारीबाग: मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर चोरी मामले को लेकर जांच का दायरा बढ़ता ही जा रहा है. जहां एक ओर झारखंड हाई कोर्ट ने इस मामले को लेकर स्वतः संज्ञान लिया है, तो दूसरी और पदाधिकारी इस मामले में संलिप्त लोगों और इसके पीछे के कारण तो तलाश रहे हैं. इसी क्रम में हजारीबाग एसपी कार्तिक एसऔर एसडीओ विद्याभूषण ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आकर घंटों पदाधिकारियों से पूछताछ की. इस दौरान कई अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारी भी उपस्थित रहे.
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क्या है मामला
दरअसल, शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 17 मई को ऑक्सीजन सिलेंडर चोरी होने का मामला प्रकाश में आया था. जिसके बाद से लगातार जांच चल रही है. प्रत्येक दिन किसी न किसी पदाधिकारी डॉक्टर और वार्ड बॉय से पूछताछ की जा रही है.
स्वास्थ्य कर्मियों से की पूछताछ
जांच करने के दौरान पदाधिकारियों ने कई डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों से लंबी पूछताछ की है. लगभग 3 घंटे से अधिक समय पदाधिकारियों ने यहां बिताया. इस दौरान स्टोर रूम, जहां ऑक्सीजन रिफिल किया जाता है, रजिस्टर की भी जांच की गई है. हजारीबाग एसपी कार्तिक एस सिविल सर्जन कार्यालय में कई दस्तावेज की जांच की है. पूछताछ के दौरान बताया जा रहा है कि पुलिस के पास कई अहम जानकारी मिली है.
दोषी होने पर होगी कार्रवाई
इस मामले को लेकर हजारीबाग एसपी ने कहा कि अभी यह जांच का विषय है. जांच पूरी होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. वही जब उनसे पूछा गया कि एफआईआर में ऑक्सीजन सिलेंडर की संख्या का जिक्र किया गया था वह अस्पताल में ही मिल गया? ऐसे में क्या लगता है कि कहीं न कहीं चूक हुई है? इस पर भी उन्होंने कहा कि इस बिंदु पर भी जांच कर रहे है. वहीं दूसरी ओर एसपी ने इस पूरे प्रकरण में एसआईटी का गठन किया गया है. सदर एसडीपीओ महेश प्रजापति इस पूरे प्रकरण का जांच कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर बहुत हद तक बरामद कर लिए गए हैं. वहीं, छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर अभी भी नहीं मिल रहे हैं उसकी जांच चल रही है.