हजारीबाग: केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी मिशन स्वच्छ भारत अभियान के तहत हर घर में शौचालय बनाए जा रहे हैं, लेकिन झारखंड के हजारीबाग के सिलवार कला में शौचालय उपयोग में नहीं आ रहा, क्योंकि शौचालय आधा-अधूरा बनाया गया है. सरकारी दस्तावेज में ही शौचालय बना कर दिखा दिया गया है. जिसके कारण लोगों को शौचालय के लिए बाहर जाना पड़ता है.
मुह चिढ़ा रहा स्वच्छ भारत मिशन
सरकारी उदासीनता और लापरवाही का साफ नजारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत हजारीबाग में देखने को मिल रहा है. ऐसे तो हजारीबाग ने स्वच्छ भारत मिशन में कई कीर्तिमान बनाए हैं, लेकिन हजारीबाग के सदर प्रखंड के सिलवार कला में भारी अनियमितता स्वच्छ भारत मिशन में देखने को मिल रही है. जहां शौचालय आधा अधूरा बना कर छोड़ दिया गया है. शौचालय का दरवाजा भी घटिया किस्म का लगाया गया है. इससे शौचालय के उपयोग के पहले ही दरवाजा टूट गया है.
शौचालय बना कबाड़खाना
आलम यह है कि जिले में ऐसे कई शौचालय बनाए गए हैं जिनके सेप्टिक टैंक के ढक्कन तक नहीं लगाए गए हैं. यहां तक कि कुछ ऐसे शौचालय हैं जहां टंकी भी नहीं बनाया गया है और पैन बैठाकर काम पूरा कर दिखाया गया है. कुछ शौचालय ऐसे हैं जहां पाइप भी नहीं लगाया गया है. ऐसे में शौचालय किसी काम के उपयोग में नहीं है. कुछ शौचालय हैं जहां टंकी तो बना दिया गया है, पाइप भी लगाया गया है लेकिन पैन नहीं लगाया गया है. इस कारण अब वह शौचालय कबाड़खाना के रूप में उपयोग किया जा रहा है.
बाहर जाने में होती है शर्मिंदगी
ऐसे में गांव की महिलाएं भी खुद को ठगा महसूस कर रही हैं. उनका कहना है कि ऐसी योजना किस काम का जिसका लाभ लोगों को नहीं मिल रहा हो. महिलाओं का कहना है कि सुबह सूर्योदय के पहले ही खेत या फिर झाड़ी के पीछे शौचालय के लिए जाना पड़ता है. जिससे महिलाओं को शर्मिंदगी महसूस होती है. वहीं स्कूल की एक छोटी बच्ची अब सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास को कह रही है कि "अंकल हमारा शौचालय जल्दी बना दो ताकि हम शौच के लिए बाहर ना जाएं".
बरसात का 'रोना रो' रही मुखिया
इसे लेकर जब मुखिया से बात किया गया तो मुखिया का रोना है कि बरसात के दिनों में बालू उठाव नहीं हो रहा है. इस कारण शौचालय नहीं बन पा रहा है, लेकिन जब मुखिया से पूछा गया कि 2 साल से अधिक समय बीत गए हैं, इसके बाद भी आधा अधूरा क्यों है, तो उनके पास कोई भी जवाब नहीं है. ऐसे में उनका कहना है कि वह इस बाबत जिला प्रशासन को कई बात बताएं हैं, लेकिन उनका सुनने वाला कोई नहीं है.
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2 दिन के अंदर रिपोर्ट लेने की कही बात
जब शौचालय को लेकर उप विकास आयुक्त विजया जाधव से ईटीवी भारत की टीम ने पूछा तो उन्होंने तत्काल संबंधित पदाधिकारी से टेलीफोन कॉल के जरिए जानकारी मांगा है. उन्होंने कहा कि आने वाले 2 दिनों के अंदर उस गांव के मुखिया और महिलाओं को बुलाकर जानकारी ली जाएगी और जो समस्या है उसे दूर कर लिया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि अगर प्रशासन की ओर से कोई मदद होगी वह भी पूरा किया जाएगा.