हजारीबागः जिले के नगवा स्थित निर्माणाधीन टोल टैक्स के पास डीटीओ विजय कुमार के उपस्थिति में बसों की जांच की गई. बस राजधानी रांची से बिहार जा रही थी. बसों में कई अनियमितता पाई गईं. कई सवारी वाहन बिना परमिट दौड़ते मिले तो कई में कोरोना गाइडलाइन का पालन होता नहीं मिला. इस दौरान यात्रियों को परेशानी भी हुई. इससे यात्री नाराज दिखे, उन्होंने सवाल उठाया कि रांची में जहां से बस चली वहीं से जांच कर लेनी चाहिए थी.
वसूला जा रहा था अधिक किराया
डीटीओ विजय कुमार ने बताया कि शिकायत आ रही थी कि नियम को ताक पर रखकर बस चलाई जा रहीं हैं. इसको लेकर औचक निरीक्षण किया गया, इस दौरान बस संचालन में लापरवाही देखने को मिलीं. कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए इंटर स्टेट बस का परिचालन अभी नहीं शुरू हुआ है. ऐसे में अधिक बस भाड़ा लेकर गाड़ी चलाई जा रही थी. वहीं दो सीट पर एक यात्री को बैठाना है यह भी नियम को ताक पर रखा गया था. कई ऐसी भी गाड़ियां मिलीं जिनके पास परमिट नहीं था और कागज भी दुरुस्त नहीं थे. इसे देखते हुए कई गाड़ियों के संचालकों से फाइन वसूला गया है और कई वाहन को सीज करने का भी आदेश दिया गया है.
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बीच रास्ते उतार दिया गया
यात्रियों का कहना था कि ट्रेन बंद होने से वे लोग बस से जा रहे हैं.उनसे अधिक किराया वसूला गया है. जांच के दौरान परेशानी पर भी यात्रियों ने नाराजगी जताई. उनका कहना था कि राजधानी रांची से बस चली तो वहां पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई. उन लोगों को बीच रास्ते में ही उतार दिया गया. ऐसे में लोग काफी परेशान हैं. उनका यह भी कहना है कि गाड़ी में महिला और बच्चे भी बैठे हुए हैं. उन्हें भी काफी अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कार्रवाई करना भी है तो जहां से बस चल रही है वहां होनी चाहिए.