हजारीबागः कृषि कानून के खिलाफ बंद का व्यापक असर देश के कई क्षेत्रों में देखने को मिल रहा है. हजारीबाग में भी बंद समर्थक सड़क पर उतर कर सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद किया. सीपीआई के राज्य सचिव और हजारीबाग के पूर्व सांसद भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने भी बंद के समर्थन पर सड़कों पर उतरे और लोगों से अपील किया कि वह हमारा सहयोग करें. वहीं, निवेदन समिति के सभापति सह बरही विधायक उमाशंकर अकेला ने भी लोगों से बंद की अपील की है. इस दौरान यातायात भी पूर्ण रूप से बाधित रही, रांची-पटना रोड NH33 को लोगों ने जाम कर दिया.
किसानों के समर्थन में कांग्रेस, एनसीपी, सपा और आप समेत 18 से ज्यादा विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार के खिलाफ बुलाए भारत बंद को अपना समर्थन दिया है. हजारीबाग में भुनेश्वर प्रसाद मेहता का कहना है कि सरकार अगर यह कानून वापस नहीं लेती है तो इससे भी बड़ा आंदोलन होगा, क्योंकि यह कानून किसानों के खिलाफ है. हमारे अन्नदाता के सम्मान के साथ मोदी सरकार खिलवाड़ किया है, यह काला कानून है.
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वहीं, दूसरी ओर झारखंड सरकार में निवेदन समिति के सभापति और बरही के विधायक उमाशंकर अकेला भी बंद समर्थक के साथ सड़क पर उतरे और उन्होंने भी ऐलान किया कि वो इस कानून के खिलाफ हैं. बरही, बरकट्ठा, हजारीबाग हर जगह लोग सड़कों पर उतरे हैं और किसान के हित में खड़े नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार यह कानून वापस नहीं लेगी तो यह कानून मोदी सरकार के लिए कब्रगाह बन जाएगा.