हजारीबाग: झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने आज बीएसएफ स्थापना दिवस समारोह के दौरान दो अहम बयान दिए हैं. एक सवाल के जवाब देते हुए उन्होंने कहा है कि वे राज्य के विकास के लिए ही राज्यपाल पद की शपथ ली है. इसके साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालय की स्वायत्तता समाप्त करने की अटकलों को भी समाप्त कर दिया है. उन्होंने कहा कि उनके रहते कभी भी विश्वविद्यालय की स्वायत्तता खत्म नहीं होगी.
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स्थापना दिवस में शामिल हुए राज्यपाल
बीएसएफ आज अपनी 57वां स्थापना दिवस मना रहा है. इसी को लेकर राज्यपाल रमेश बैस आज जिले के मेरू स्थित बीएसएफ ट्रेनिंंग सेंटर पहुंचे और जवानों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी. कार्यक्रम के दौरान जवानों को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने बीएसएफ के कार्यों की सराहना की. उन्होंने कहा कि बीएसएफ सिर्फ सीमा की सुरक्षा ही नहीं करता बल्कि अपने सामाजिक दायित्व को भी पूरा करता है. राज्यपाल ने बताया कि भारत-पकिस्तान युद्ध में बीएसएफ की भूमिक बहुत ही महत्वपूर्ण रही है. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि मेरे लिए बहुत ही खुशी का पल है कि मैं बीएसएफ ट्रेनिंग सेंटर में आया और स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल हुआ.
बीएसएफ के आईजी ने जताई खुशी
राज्यपाल रमेश बैस के बीएएसएफ ट्रेनिंग सेंटर पहुंचने पर बीएएसएफ के आईजी डीके शर्मा ने खुशी जताई, उन्होंने कहा कि राज्यपाल के हमारे सेंटर में आने से जवानों का उत्साह बढ़ा है. उन्होंने राज्यपाल को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए धन्यवाद भी दिया.
विश्वविद्यालय की स्वायत्तता पर बोले राज्यपाल
बीएसएफ स्थापना दिवस के बाद एक सवाल के जवाब में राज्यपाल रमेश बैस ने विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता पर एक अहम बयान दिया है. उन्होंने उन अटकलों को खारिज कर दिया है जिसमें विश्वविद्यालयों की ऑटोनोमी खत्म करने की बात हो रही है. उन्होंने कहा विश्वविद्यालय की स्वायत्तता पर किसी भी तरह का खतरा नहीं है.और उनके रहते कभी भी विश्वविद्यालय की स्वायत्तता खत्म नहीं होगी.
प्रोटोकॉल तोड़कर करेंगे राज्य का विकास
राज्यपाल ने एक सवाल के जवाब में प्रोटोकॉल तोड़कर विकास करने की बात कही है. उन्होंने कहा झारखंड में सरकार ठीक से काम कर रही है या नहीं उसका पॉलिटिकल आकलन नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा जिस दिन शपथ ली थी, उसी दिन ये स्पष्ट किया था कि वे राज्य का विकास करने आए हैं. उन्होंने कहा अगर प्रोटोकॉल तोड़ना पड़े तो मैं उसे तोड़कर राज्य का विकास करूंगा.