हजारीबाग: झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस (Ramesh Bais) ने विनोबा भावे विश्वविद्यालय (VBU) परिसर में नवनिर्मित बहुद्देशीय भवन और डिजिटल स्टूडियो का उद्घाटन किया. यह डिजिटल स्टूडियो राज्य का एकलौता स्टूडियो है. इसे तैयार करने में विश्वविद्यालय प्रबंधन को किसी भी तरह का खर्च नहीं करना पड़ा.
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झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने विनोबा भावे विश्वविद्यालय में बहुउद्देशीय भवन और डिजिटल स्टूडियो का उद्घाटन किया. लगभग 7 करोड रुपए की लागत से बने बहुउद्देशीय भवन कई मायने में खास है. जहां खेलकूद के साथ-साथ विभिन्न विभागों के कार्यालय भी संचालित होंगे. वहीं यहां का डिजिटल स्टूडियो राज्य के तमाम विश्वविद्यालयों में पहला स्टूडियो है. जहां ऑनलाइन एडिटिंग से लेकर लेक्चर तैयार किया जाएगा. वर्तमान समय में इस तरह के स्टूडियो शिक्षा के क्षेत्र में बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है. कहा जा रहा है कि इस स्टूडियो का उपयोग प्रोफेसर अपने लेक्चर देने में करेंगे और उसे ऑनलाइन विभिन्न माध्यमों से छात्रों तक पहुंचाया जाएगा. इससे गांव के छात्रों को भी लाभ मिलेगा. इस वीडियो को बनाने में विश्वविद्यालय प्रबंधन को किसी भी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ा.
कुलपति ने राज्यपाल को बताई समस्या
कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल सह कुलाधिपति को विश्वविद्यालय में चल रहे विभिन्न गतिविधि के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई. इस दौरान कुलपति मुकुल नारायण देव ने अपनी कुछ मांग भी रखी. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में शिक्षकों की कमी है. वहीं शिक्षकों का वेतनमान भी बकाया चल रहा है. इस कारण समस्याएं आ रही हैं. अगर शिक्षकों की संख्या बढ़ेगी तो हम लोग और भी अच्छा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा छात्रों को दे पाएंगे.
राज्यपाल ने की डिजिटल स्टूडियो की तारीफ
राज्यपाल रमेश बैस ने शिक्षा और स्वास्थ्य की भूमिका पर कार्यक्रम के दौरान जोर दिया. उन्होंने कहा कि समाज और राष्ट्र का विकास शिक्षा और स्वास्थ्य पर ही निर्भर करता है. वैश्वीकरण के इस दौर में हमें अपने विद्यार्थियों को हर हाल में गुणात्मक शिक्षा प्रदान करनी होगी, ताकि वे अपने ज्ञान और कौशल से रोजगार हासिल कर सकें. विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा मिले इसके लिए हमें हमेशा प्रयासरत रहना पड़ेगा. हमारा यह दायित्व होना चाहिए कि हमारे विद्यार्थियों में महिलाओं के प्रति सम्मान, व्यक्तिगत जीवन में सत्य और ईमानदारी, आचरण में अनुशासन और आत्म संयम के साथ-साथ कार्य में दायित्व की भावना विकसित हो. उन्होंने कहा कि अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त डिजिटल स्टूडियो का सार्थक निर्माण चुनौतियों को अवसर में बदलने का जीवन प्रमाण है. कार्यक्रम के मौके पर कई पुस्तकों का विमोचन भी किया गया.
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सांसद ने की सेंटर फॉर ट्राइबल स्टडीज जल्द पुरा करने की मांग
वहीं हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा ने अपने संबोधन में कहा कि हजारीबाग का गौरवशाली इतिहास, प्राकृतिक सौंदर्य, खनिज संपदा, भौगोलिक स्थिति यहां की पहचान हुआ करता था. लेकिन अब विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कारण हजारीबाग शिक्षा के नए केंद्र के रूप में स्थापित हो चुका है. उन्होंने कहा विश्वविद्यालय में डिजिटल लैब और मल्टीपरपस हॉल के बन जाने से यहां पढ़ रहे छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा. इस दौरान सांसद जयंत सिन्हा ने राज्यपाल से हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी की कमी को दूर करने, विश्वविद्यालय परिसर में सेंटर फॉर ट्राइबल स्टडीज जल्द से जल्द पुरा करने की मांग की.