बड़कागांव/हजारीबाग: बड़कागांव थाना क्षेत्र के गोंदलपूरा निवासी सीताराम राणा, किशोर महतो, बिंदु राणा, सुरेंद्र करमाली, केसरी देवी, मनोज करमाली, काशीनाथ पासवान समेत अन्य लोगों ने एसपी से मुलाकात की. उ उन्होंने आवेदन देकर जान माल की सुरक्षा करने और खुलेआम घूम रहे अभियुक्तों को गिरफ्तार करने की मांग की है.
किसानों को दी जा रही केस उठाने की धमकी
दिए गए आवेदन में आरोप लगाया गया है कि केसीसी की फर्जी निकासी के मामले के अभियुक्त शिव कुमार पासवान, सरिता देवी, पति शिव कुमार पासवान, बैंक ऑफ इंडिया के तत्कालीन प्रबंधक प्रमोद कुमार, राजेश कुमार, सत्यम कुमार किसानों को केस उठाने की धमकी देते हैं. साथ ही गाली-गलौज हमेशा करते रहते हैं. उन्होंने कहा है कि इस कारण किसानों का जीना मुश्किल हो गया है.
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क्या है मामला
एसपी को दिए गए आवेदन के अनुसार, वर्ष 2014 में बड़कागांव के बाबूपारा निवासी शिव कुमार पासवान, पिता रामधनी पासवान और उसकी पत्नी सरिता देवी और बैंक ऑफ इंडिया शाखा बादम के प्रबंधक प्रमोद कुमार, उप प्रबंधक राकेश कुमार और लोन अधिकारी सत्यम कुमार ने किसानों के नाम पर पैसे निकालकर बंदरबांट कर ली थी. 23 नवंबर 2016 को किशोर भुईयां, मनोज करमाली, बिंदु राणा, नवीन गंझू, किशोर महतो, सुखदेव महतो, लालदेव गंझू, कुलदीप भुईयां, महेश गंझू, सुरेंद्र करमाली, सुरेश भुईयां, प्रभादेवी, काशीनाथ पासवान के नाम पर केसीसी ऋण जमा करने के लिए नोटिस मिला.
ठगी के मामले को स्वीकारा
नोटिस मिलते ही इन किसानों के होश उड़ गए. क्योंकि इन किसानों ने केसीसी के नाम पर कोई लोन नहीं निकाला था. ये सभी किसान बैंक जाकर उक्त मामले की जांच करवाई. तब खुलासा हुआ कि शिव कुमार पासवान और उनकी पत्नी सरिता देवी और बैंक अधिकारी मिलकर 14 किसानों के नाम पर केसीसी का लोन 50,000 निकालकर बंदरबांट कर ली है. इस संबंध में गांव में पंचायत भी की गई. जिसमें अभियुक्तों की ओर से उक्त ठगी के मामले को स्वीकार किया गया और पैसे देने की बात कही गई. लेकिन अब तक पैसा नहीं दिया और न ही बैंक में क्लियर किया गया.
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गिरफ्तार करने की मांग
बाद में 12 जनवरी 2020 को ठगी करने वाले लोगों के नाम पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई. लेकिन अब तक इन अभियुक्तों को गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. बदले में सभी 14 किसानों को धमकी दी जा रही है. किसानों ने हजारीबाग पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाकर अभियुक्तों को गिरफ्तार करने की मांग की है.