हजारीबाग: जिले के शिक्षक इन दिनों साइबर अपराधियों की रडार पर नजर आ रहे हैं. इन्हें ई विद्या वाहिनी अपग्रेड के नाम पर साइबर अपराधी फर्जी कॉल कर रहे हैं. फर्जी कॉल के जरिए बड़े शिक्षा पदाधिकारियों के नाम लेकर बैंक अकाउंट समेत अन्य डाटा मांग रहे हैं. आलम यह है कि साइबर अपराधी घंटों शिक्षकों को फोन में बात कर उन्हें अपनी चंगुल में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं. 12 से अधिक शिक्षकों को ऐसे कॉल मिल चुके हैं. कुछ शिक्षकों को ओटीपी भी उनके मोबाइल में पहुंचा है. लेकिन उनकी समझदारी के कारण उन्होंने अपना ओटीपी शेयर नहीं किया है. मामला अब शिक्षा पदाधिकारी तक पहुंचा है.
भेजे जा रहे लिंक
शिक्षकों को कुछ लिंक भी डाउनलोड करने को कहा जा रहा है. ऐसे में शिक्षक काफी परेशान हैं. शिक्षकों का कहना है कि उनके नंबर पर ओटीपी भी आ रहा है. लेकिन अपनी समझदारी के कारण उन लोगों ने ओटीपी शेयर नहीं किया है. जिस कारण उनकी गाढ़ी कमाई बच गई. शिक्षकों की गोपनीय सूचनाएं ई विद्या वाहिनी पोर्टल में रहती है.
सतर्कता बरतें
मामले की गंभीरता को देखते हुए अब शिक्षक भी सतर्कता बरत रहे हैं. हजारीबाग पारा शिक्षक संघ के अध्यक्ष चंदन मेहता का कहना है कि डिजिटाइजेशन इन दिनों शिक्षा विभाग का हुआ है. ऐसे में लोगों की गोपनीय जानकारी भी विभिन्न पोर्टल के जरिए सरकार को देना है. कई ऐसे पोर्टल हैं जिसमें बच्चों का डिटेल उनके माता-पिता और बच्चों का कारगर अकाउंट खुला है. उसकी भी जानकारी देनी होती है. ऐसे में अगर साइबर अपराधी झांसा देकर डाटा हैक कर लेंगे तो बड़ी परेशानी होगी. उनका कहना है राज्य भर में लगभग एक लाख से अधिक शिक्षक हैं. कई पारा शिक्षक ऐसे भी हैं जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. अगर वे ठगे गए तो आर्थिक रूप से टूट जाएंगे.
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फर्जी कॉल से सावधान रहें
शिक्षकों ने अपनी समस्या को जिला शिक्षा पदाधिकारी लुदी कुमारी को भी बताया है. उनका भी कहना है कि मामला काफी गंभीर है. उन्होंने शिक्षकों से अपील की है कि वे फर्जी कॉल से सावधान रहें.