ETV Bharat / city

हजारीबाग: विकास कार्य में हुआ भ्रष्टाचार! जर्जर सड़क को दरकिनार कर बनी हुई सड़क पर हुआ निर्माण

NH100 स्थित लेपो रोड की स्थिति बद से बदतर है. आलम यह है कि स्थानीय और जनप्रतिनिधियों ने भी उस रोड के निर्माण को लेकर आंदोलन किया है. कई बार सड़क जाम भी की गई. वहीं, बरसात के दिनों में धान रोपनी भी करके प्रशासन के खिलाफ आवाज बुलंद की गई. हालांकि उस रोड का निर्माण नहीं हुआ.

Corruption in development work in Hazaribag
हजारीबाग में विकास कार्य में हुआ भ्रष्टाचार
author img

By

Published : Jan 10, 2021, 2:06 AM IST

Updated : Jan 10, 2021, 6:25 AM IST

हजारीबाग: जनता की गाढ़ी कमाई के दिए हुए टैक्स से विकास कार्य होता है, लेकिन हजारीबाग में विकास कार्य में भारी अनियमितता की बातें सामने आ रही हैं. NH100 स्थित मटवारी चौक से लेकर डिस्ट्रिक्ट मोड़ तक नई सड़क का निर्माण किया जा रहा है. हालांकि उस जगह पर सड़क बनाने की जरूरत नहीं थी. क्योंकि सड़क बेहतर स्थिति में है. इसके बावजूद करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर NH100 स्थित लिपू रोड में जहां बड़े-बड़े गड्ढे हैं, वहां निर्माण नहीं किया जा रहा है.

देखें पूरी खबर
ठेकेदार और पदाधिकारियों की मिलीभगत के कारण हजारीबाग में इन दिनों विकास कार्य को लेकर भी बड़ा खेल चल रहा है. NH100 स्थित लेपो रोड की स्थिति बद से बदतर है. आलम यह है कि स्थानीय और जनप्रतिनिधियों ने भी उस रोड के निर्माण को लेकर आंदोलन किया है. कई बार सड़क जाम भी की गई. वहीं, बरसात के दिनों में धान रोपनी भी करके प्रशासन के खिलाफ आवाज बुलंद की गई. हालांकि उस रोड का निर्माण नहीं हुआ.

इसे भी पढ़ें- झारखंड के विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की कमी, कैसे सुधरेगी उच्च शिक्षा की स्थिति ?

हजारीबाग विधायक मनीष जायसवाल ने भी उस रोड के निर्माण को लेकर विधानसभा में सवाल खड़ा किया था, लेकिन उस रोड के बजाय NH100 स्थित मटवारी से लेकर डिस्ट्रिक्ट मोड़ तक नई सड़क का निर्माण किया जा रहा है. इस रोड का निर्माण कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हजारीबाग आगमन के दौरान भी किया गया था. ऐसे में रोड की स्थिति अच्छी थी. पदाधिकारी और ठेकेदारों के मिलीभगत के कारण अच्छी रोड को ही बनाया जा रहा है. इसके पीछे का खेल यह है कि अगर खराब रोड को बनाया जाता तो वहां कमाई कम होती. ऐसे में रोड पर ही रोड बनाकर कमाई का जरिया बना दिया गया है. इस बात को लेकर प्राक्कलन समिति ने सड़क की भी जांच की है और गहरी आपत्ति जताई है.

दूसरी ओर जब इस बात को लेकर विधानसभा की प्राक्कलन समिति ने पदाधिकारियों से सवाल किया तो उन्होंने बताया कि सड़क निर्माण रोक दिया गया है. लेकिन जब भौतिक परीक्षण किया गया तो सड़क निर्माण होता हुआ मिला. ऐसे में प्राक्कलन समिति अब अवमानना का नोटिस भी पदाधिकारियों के खिलाफ देने का मूड बना रही है. ऐसे में कहना गलत नहीं होगा कि हजारीबाग में पदाधिकारी और ठेकेदारों का मनोबल इस कदर बढ़ गया है कि आम जनता की सुविधा भी उन्हें नजर नहीं आ रही है. जहां सड़क निर्माण होना चाहिए वहां ना करके दूसरी जगह कराया जा रहा है.

हजारीबाग: जनता की गाढ़ी कमाई के दिए हुए टैक्स से विकास कार्य होता है, लेकिन हजारीबाग में विकास कार्य में भारी अनियमितता की बातें सामने आ रही हैं. NH100 स्थित मटवारी चौक से लेकर डिस्ट्रिक्ट मोड़ तक नई सड़क का निर्माण किया जा रहा है. हालांकि उस जगह पर सड़क बनाने की जरूरत नहीं थी. क्योंकि सड़क बेहतर स्थिति में है. इसके बावजूद करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर NH100 स्थित लिपू रोड में जहां बड़े-बड़े गड्ढे हैं, वहां निर्माण नहीं किया जा रहा है.

देखें पूरी खबर
ठेकेदार और पदाधिकारियों की मिलीभगत के कारण हजारीबाग में इन दिनों विकास कार्य को लेकर भी बड़ा खेल चल रहा है. NH100 स्थित लेपो रोड की स्थिति बद से बदतर है. आलम यह है कि स्थानीय और जनप्रतिनिधियों ने भी उस रोड के निर्माण को लेकर आंदोलन किया है. कई बार सड़क जाम भी की गई. वहीं, बरसात के दिनों में धान रोपनी भी करके प्रशासन के खिलाफ आवाज बुलंद की गई. हालांकि उस रोड का निर्माण नहीं हुआ.

इसे भी पढ़ें- झारखंड के विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की कमी, कैसे सुधरेगी उच्च शिक्षा की स्थिति ?

हजारीबाग विधायक मनीष जायसवाल ने भी उस रोड के निर्माण को लेकर विधानसभा में सवाल खड़ा किया था, लेकिन उस रोड के बजाय NH100 स्थित मटवारी से लेकर डिस्ट्रिक्ट मोड़ तक नई सड़क का निर्माण किया जा रहा है. इस रोड का निर्माण कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हजारीबाग आगमन के दौरान भी किया गया था. ऐसे में रोड की स्थिति अच्छी थी. पदाधिकारी और ठेकेदारों के मिलीभगत के कारण अच्छी रोड को ही बनाया जा रहा है. इसके पीछे का खेल यह है कि अगर खराब रोड को बनाया जाता तो वहां कमाई कम होती. ऐसे में रोड पर ही रोड बनाकर कमाई का जरिया बना दिया गया है. इस बात को लेकर प्राक्कलन समिति ने सड़क की भी जांच की है और गहरी आपत्ति जताई है.

दूसरी ओर जब इस बात को लेकर विधानसभा की प्राक्कलन समिति ने पदाधिकारियों से सवाल किया तो उन्होंने बताया कि सड़क निर्माण रोक दिया गया है. लेकिन जब भौतिक परीक्षण किया गया तो सड़क निर्माण होता हुआ मिला. ऐसे में प्राक्कलन समिति अब अवमानना का नोटिस भी पदाधिकारियों के खिलाफ देने का मूड बना रही है. ऐसे में कहना गलत नहीं होगा कि हजारीबाग में पदाधिकारी और ठेकेदारों का मनोबल इस कदर बढ़ गया है कि आम जनता की सुविधा भी उन्हें नजर नहीं आ रही है. जहां सड़क निर्माण होना चाहिए वहां ना करके दूसरी जगह कराया जा रहा है.

Last Updated : Jan 10, 2021, 6:25 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.