हजारीबागः प्रोफेसर विमल कुमार मिश्रा के नाम एक और ख्याति जुड़ गया है. ऑस्ट्रेलिया सरकार ने उनके इनोवेशन को पेटेंट किया है. प्रो. विमल इस उपलब्धि से काफी खुश हैं. उन्होंने कहा कि यह पेटेंट मेरे और हजारीबागवासियों के लिए गर्व का विषय है. इसके साथ ही यह उपलब्धि मुझें और शोध करने के लिए प्रेरित करेगा.
हजारीबाग का नाम आज पूरे विश्व में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक को लेकर हो रहा है. विनोबा भावे विश्वविद्यालय की अंगीभूत आदर्श कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. विमल कुमार मिश्रा के अनुसंधान को ऑस्ट्रेलिया सरकार ने पेटेंट किया है. यह अनुसंधान ई-कॉमर्स में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी एल्गोरिदम के साथ साथ गणितीय मॉडल पर आधारित है.
प्रो. मिश्रा के चार अनुसंधान पहले भी पेटेंट हो चुके हैं. प्रो मिश्रा प्राध्यापक के रूप बिट्स पिलानी से कैरियर की शुरुआत की. इसके बाद बीआईटी मेसरा के गणित विभाग के विभागाध्यक्ष रहे. उन्होंने साइबर क्राइम के क्षेत्र में कई अनुसंधान किए हैं. इस क्षेत्र में अब तक 130 से अधिक अनुसंधान पत्र प्रकाशित हो चुके हैं. इसके साथ ही अमेरिका के एक प्रकाशक ने साइबर क्राइम पर उनकी पुस्तक का भी प्रकाशन किया है. कोरोना से संबंधित उनकी पांच से अधिक अनुसंधान विश्व के कई पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं. डब्ल्यूएचओ ने उनके अनुसंधान को अपने वेबसाइट पर प्रमुखता से प्रकाशित किया है.