हजारीबाग: बहुचर्चित महेश्वरी परिवार के 6 लोगों की संदिग्ध मौत मामले (Maheshwari Murder Case) में एक नया मोड़ सामने आया है. जिस अपार्टमेंट के फ्लैट से शव बरामद किया गया था, उसका ताला टूटा हुआ पाया गया है. जिसकी सूचना महेश्वरी परिवार के अन्य सदस्यों ने सदर थाना को दी है. सदर थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. इस घटना को लेकर FIR दर्ज की गई है. फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की तफ्तीश में जुटी गई है.
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क्या है पूरा मामला
बहुचर्चित महेश्वरी परिवार के 6 लोगों की संदिग्ध मौत किस परस्थिति में हुई है, इसे लेकर सीआईडी जांच कर रही है. पहले इस मामले की जांच हजारीबाग पुलिस कर रही थी. सालों बीत जाने के बाद भी किसी भी तरह का परिणाम सामने नहीं आ पाया. एक ओर मामले की तफ्तीश चल रही है तो दूसरी ओर जिस अपार्टमेंट के फ्लैट से शव बरामद किया गया था, उस फ्लैट का ताला टूटा हुआ पाया गया है. हजारीबाग पुलिस ने फ्लैट को सील कर दिया था. घटना के बाद से ही इस फ्लैट के अंदर किसी भी व्यक्ति को जाने की इजाजत नहीं थी. जांच के लिए पुलिस पदाधिकारी जब भी पहुंचे तो उन्होंने ताला खोल कर जांच की है. जांच करने के बाद फिर से सील किया है. पिछले 17 जनवरी को सीआईडी हजारीबाग पहुंची थी और इस मामले की जांच शुरू की थी. उस वक्त भी फ्लैट खोला था.
ताला टूटा हुआ पाया गया
दरअसल, बीते शुक्रवार को अपार्टमेंट के चौथे फ्लोर में किराए का मकान लेने के लिए एक व्यक्ति को लाया गया था. उसी दौरान लोगों ने टूटा हुआ ताला देखा. जिसके बाद इसकी सूचना सदर थाना समेत हजारीबाग एसपी को दी गई. इसके बाद पुलिस ने फ्लैट में नया ताला लगाया. पुलिस पूरे मामले की तहकीकात करने के लिए अपार्टमेंट पहुंची और अपार्टमेंट मैं रहने वाले अन्य लोगों से पूछताछ की. पूछताछ के दौरान किसी ने भी यह जानकारी नहीं दी कि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को आते हुए यहां देखा गया है. साथ ही साथ फ्लैट में रहने वाले अन्य लोगों का कहना है कि वो तीसरे तल्ले में जहां घटना घटी थी वहां जाना पसंद नहीं करते हैं. किराया में मकान लेने की बात कही गई तब हम लोगों ने चौथे तल्ले में जाने के क्रम में टूटा हुआ ताला देखा.
साक्ष्य मिटाने की कोशिश
जिस तरह से सील किए हुए फ्लैट में ताला तोड़कर अंदर घुसने की कोशिश की गई है. ऐसे में यह संदेह लगाया जा रहा है कि साक्ष्य मिटाने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया हो. इस मामले में सीआईडी जांच कर रही है और यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बहुत जल्द ही खुलासा भी हो सकता है. इस कारण अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया.
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सील किया हुआ फ्लैट का टूटा ताला
नियम बताता है कि किसी भी अपराध में अगर कोई सबूत पुलिस या कोई साक्ष्य जांच एजेंसी जब्त करती है तो उसकी जिम्मेदारी होती है कि संपत्ति की सुरक्षा करें. ऐसे में कैसे सील किया हुआ फ्लैट का ताला टूटा, यह एक बडा सवाल है. इस घटना पर परिवार ने लिखित आवेदन सदर थाना को दिया गया है. पुलिस ने FIR दर्ज करते हुए जांच भी शुरू कर दी है. जांच मूल रूप से दो बिंदुओं पर की जा रहै है कि चोरी की नीयत से कोई फ्लैट के अंदर में घुसा या फिर साक्ष्य मिटाने के लिए.
अब तक नहीं सुलझा महेश्वरी हत्याकांड का मामला
3 साल पहले 14-15 जुलाई की रात 2018 में शहर के बीचोबीच खजांची तालाब स्थित सीडीएम शुभम अपार्टमेंट के महेश्वरी परिवार के 6 लोगों का फ्लैट के अंदर ही संदिग्ध स्थिति में पुलिस ने शव बरामद किया था. मौत की गुत्थी 3 साल बीत जाने के बाद भी नहीं सुलझ पाई है. जिसमें एक ही रात महावीर महेश्वरी, नरेश महेश्वरी, किरण महेश्वरी, प्रीति महेश्वरी, अमन और आन्वी की रहस्यमई तरह से मौत हुई थी. शव फ्लैट के अलग-अलग हिस्से बरामद किया गया था. एक का शव फ्लैट के नीचे पाया गया था.