हजारीबाग: जिले के चौपारण प्रखंड में बाल विकास परियोजना के तहत संचालित प्रखंड के 172 आंगनबाड़ी केंद्रों में इन दिनों ताला लटका हुआ है. 21 अगस्त से प्रखंड के सभी सेविका सहायिकाएं अपनी मांग को लेकर आंगनबाड़ी केंद्र बंद कर हड़ताल पर हैं. अपनी मांगों को लेकर इन्होंने मुख्यमंत्री आवास का घेराव भी किया. वहीं, ग्रामीण महिलाओं ने सरकार से आंगनबाड़ी केंद्र को सुचारू रूप से चालू कराने की मांग की है.
बताया गया कि सेविका सहायिका के हड़ताल पर रहने के कारण है कि प्रखंड के 172 आंगनबाड़ी केंद्र में 3 से 6 वर्ष की आयु वर्ग के 4283 बच्चे प्रभावित हो रहे है. वहीं 2097 गर्भवती महिलाएं, 2210 धात्री महिला और 6 माह से 3 वर्ष के आयु वर्ग के 8502 बच्चे पंजीरी से वंचित हो रहे हैं. इतना ही नहीं सभी केंद्रों पर होने वाले टीकाकरण भी प्रभावित हो रहे हैं.
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इसके अलावा सरकार की महत्वाकांक्षी योजना सुकन्या योजना, मातृत्व वंदना, लक्ष्मी लाडली योजना, मासिक प्रतिवेदन सहित कई तरह के आवेदन कार्यालय में जमा नहीं हो पा रहे हैं. जिससे ग्रामीणों ने सरकार से जल्द से जल्द आंगनवाड़ी केंद्र को सुचारू रूप से चालू कराने की मांग की है.
आंगनबाड़ी केंद्र में लटके तालो के वजह से एक और बच्चे के पठन पाठन में दिक्कत उत्पन हो गई है. वहीं दूसरी ओर टीकाकरण भी प्रभावित है. सरकार को जल्द ही कोई ठोस निर्णय लेकर केंद्रों को सुचारू रूप से चालू करने की जरूरत है ताकि कल्याणकारी योजना समाज के अंतिम घर तक पहुंचे सके.