गिरिडीह: नक्सल प्रभावित गिरिडीह जिला में माओवादियों का खौफ कम होने का नाम नहीं ले रहा है. हाल के दिनों में नक्सली घटनाएं भी हुई हैं. यहां नक्सलियों के खौफ की वजह से महत्वपूर्ण सड़कों का निर्माण अधर में है. जिन सड़कों का निर्माण कार्य बाधित हुआ है उनमें पीरटांड़ प्रखंड में चिरकी से पलमा सड़क के देवरी प्रखंड में भेलवाघाटी सड़क शामिल है. पथ निर्माण विभाग के अधिकारी भी कहते हैं कि इलाका काफी संवेदनशील है. इन इलाकों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के बगैर काम नहीं हो सकता. ऐसे में पुलिस से सुरक्षा की मांग की गयी है. सुरक्षा की व्यवस्था होते ही काम शुरू हो जाएगा.
पुलिस की मौजूदगी में ही शुरू हुआ था काम
जानकारी के अनुसार चिरकी पलमा पथ काफी महत्वपूर्ण सड़क है. इस सड़क बनाने का काम चार दशकों से चल रहा था लेकिन हर बार नक्सली ही काम में बाधा डाल रहे थे. लगभग दो वर्ष पूर्व इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू हुआ तो पुलिस की तैनाती कर काम कराया गया. ऐसे में सड़क निर्माण का काम काफी हद तक पूरा भी हुआ लेकिन पिछले साल नक्सलियों ने उत्पात मचाया था. इसके बाद काफी दिनों तक सड़क निर्माण का कार्य बंद रहा था. अभी काम फिर से शुरू हुआ तो इसके साथ ही नक्सलियों की चहलकदमी भी बढ़ गयी.
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नक्सलियों की गतिविधि बढ़ते ही इस रोड पर 14 किमी पर बन रहे पुल का काम बंद करा दिया गया. इसी तरह देवरी प्रखंड में भी भेलवाघाटी सड़क का निर्माण कार्य अभी बंद कराया गया है. यह सड़क ही महत्वपूर्ण सड़क है. हालांकि, यह दोनों इलाका पूरी तरह नक्सल प्रभावित है. दोनों इलाके में नक्सलियों की ओर से आये दिन घटनाओं को अंजाम दिया जाता है.
क्या कहते हैं अधिकारी
पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता जयकांत राम बताते हैं कि चिरकी पलमा पथ का काम लगभग पूरा होने वाला है लेकिन इस पथ पर खरपोका के आगे 14 किमी पर अभी निर्माण कार्य बंद है. उन्होंने कहा कि यह इलाका पूरी तरह संवेदनशील है और यहां पर सुरक्षा के बगैर काम नहीं हो सकता. इसी तरह भेलवाघाटी सड़क का निर्माण कार्य सुरक्षा कारणों की वजह से अभी बंद किया गया है. कार्यपालक अभियंता ने बताया कि जबतक सुरक्षा नहीं मिलेगी तबतक काम नहीं चलेगा. उन्होंने बताया कि पूर्व में डीसी एसपी के निर्देश पर सुरक्षा बल मुहैया कराया गया था जिसके बाद सड़क का काम काफी हद तक हो सका था.