गिरिडीहः बगोदर प्रखंड के औंरा के दो सगे भाई ओमान में कई महीनों से फंसे हुए थे. इसमें एक की वापसी हो गई है. जबकि दूसरा भाई अभी भी वहां फंसा हुआ है. एक भाई की वापसी होने से परिजनों में जहां एक और खुशी का माहौल है, वहीं दूसरे भाई के फंसे होने से परिजनों में मायूसी भी है. परिजनों ने वहां फंसे दूसरे भाई की वापसी की गुहार लगाई है.
ये भी पढ़ें-सिमडेगा: स्वर्ण पदक विजेता के घर नहीं है शौचालय, सीएम हेमंत ने लिया संज्ञान, शौचालय निर्माण का कार्य शुरू
क्या है मामला
राजेश कुमार और महेश कुमार ओमान में फंसे हुए थे. इसमें राजेश कुमार की वापसी हो गई है, जबकि महेश कुमार अब भी ओमान में फंसे हुए हैं. दोनों भाई मजदूरी करने के लिए ओमान गए हुए थे. ओमान से वापस लौटे राजेश कुमार ने ईटीवी भारत से अपनी पीड़ा को साझा किया है. इलाके के मजदूर ओमान में कैसे फंसे और फिर उन्हें किस तरह की मुश्किलों से जूझना पड़ा इस बारे में राजेश ने विस्तार से बताया. साथ ही उन्होंने बकाया मानदेय की भुगतान की भी मांग की है. बता दें कि झारखंड के 30 मजदूर ओमान में फंसे हुए थे. इसमें पहली खेप में 4 मार्च को 11 मजदूरों की वापसी हुई है. वापस लौटे मजदूरों में आठ मजदूर बगोदर इलाके के हैं. शेष मजदूर अभी भी वहां फंसे हुए हैं.