गिरिडीह: धनवार विधानसभा क्षेत्र का लोकाय-नयनपुर इलाका उग्रवाद प्रभावित है. बिहार के जमुई से सटा इस क्षेत्र में कभी नक्सलियों की समांतर सरकार चलती थी. लोग दिन में निकलने से परहेज करते थे. लेकिन अब वह स्थिति नहीं है. अब इस क्षेत्र में बुलेट की जगह बैलेट ने ले ली है. लोग शांतिपूर्ण तरीके से रह रहे हैं और मताधिकार का प्रयोग भी कर रहे हैं.
'पहले से यहां की स्थिति में सुधार'
मतदान देकर निकल रहे वोटरों से ईटीवी भारत के संवाददाता अमरनाथ सिन्हा ने बातचीत की. वोटरों ने बताया कि पहले से यहां की स्थिति में सुधार है. अब डर नहीं लगता. हाल के कुछ वर्षों में सड़क और बिजली तो आ गई है. लेकिन पानी, मोबाइल कनैक्टिविटी की बेहतर सुविधा नहीं है. प्लस टू की पढ़ाई के लिए 15 किमी या उससे दूर जाना पड़ता है. अभ्रक की खदान बंद होने से रोजगार की भी समस्या हो गई है.
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'स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार को ध्यान में रखते हुए मतदान'
लोगों ने कहा कि इस बार स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार को ध्यान में रखते हुए मतदान किया है. बता दें कि झारखंड जब अलग हुआ था तो इस इलाके से ही नक्सलियों के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत की गई थी. इस इलाके में आने पर नक्सलियों को खदेड़ा जाता था. हालांकि इसके बावजूद नक्सलियों ने कई घटनाओं को अंजाम दिया था.