गिरिडीह, बगोदर: बगोदर थाना क्षेत्र के अटका का माहौल अब धीरे-धीरे सामान्य होने लगा है. घटना के तीसरे दिन रविवार को लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकले और दैनिक कार्यों का निष्पादन किये. हालांकि, पुलिस का खौफ ग्रामीणों के बीच आज भी है. बैंक मोड़ के आसपास की दुकानों का शटर तीन दिन बाद भी गिरा रहा. वहीं, पुलिस का पहरा रविवार को भी जारी रहा. इसके साथ ही पूर्व विधायक नागेंद्र महतो के नेतृत्व में शांति मार्च निकाला गया. शांति मार्च के माध्यम से लोगों को दैनिक दिनचर्या में लौटने की अपील की गई.
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कांग्रेस नेताओं ने घटना का जायजा लिया. कांग्रेस नेता बासुदेव वर्मा, मो इकबाल, मुरली मंडल, जावेद इकबाल उर्फ सफदर, इंटक नेता राजकिशोर सिंह आदि नेताओं ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और घटना की जानकारी ली. ग्रामीणों ने कांग्रेस नेताओं को बताया कि पुलिस की ओर से दर्जनों घर में घुसकर मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया. कांग्रेस नेता बासुदेव वर्मा ने पुलिस की कार्रवाई का निंदा करते हुए कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच होगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि अटका की घटना के लिए प्रशासन जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की रि-काउंटिंग की मांग को प्रशासन पूरा कर दिया होता तो यह नौबत नहीं होती.
बगोदर विधायक विनोद कुमार सिंह भी घटना की जायजा लेने पहुंचे. उन्होंने पुलिस की कार्रवाई का निंदा करते हुए मामले की जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा कि ग्रामीण लोकतांत्रिक तरीके से अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. लेकिन पुलिस उपद्रवी समझ कर कार्रवाई की. बता दें कि बगोदर पश्चिमी जिप सीट के परिणाम का रि-काउंटिंग की मांग को लेकर 2 जून को अटका में ग्रामीणों की ओर से जीटी रोड जाम किया गया था. लगभग आठ घंटे के बाद जाम हटाने को लेकर पुलिस और ग्रामीणों में तनातनी हुई. इसके बाद माहौल बिगड़ गया था.