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खुलासाः चांदी के अवैध धंधे में संगठित गिरोह का हाथ, मधुकर ज्वेलर्स का मालिक फरार

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Published : Oct 2, 2021, 9:37 PM IST

गिरिडीह में अंतरराज्यीय संगठित गिरोह चांदी का अवैध कारोबार कर रहे हैं. ये खुलासा पुलिस ने किया है, उनका मानना है कि ज्वेलरी दुकान की आड़ में ये कारोबार चलाया जा रहा था. फिलहाल मधुकर ज्वेलर्स का मालिक फरार है.

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चांदी का अवैध कारोबार

गिरिडीहः अंतरराज्यीय गिरोह ही चांदी के बिस्कुट का अवैध कारोबार कर रहा है, यह गिरोह लंबे समय से इस धंधे में लिप्त है. इस मामले में गिरिडीह के दो आभूषण व्यवसायी मधुकर ज्वेलर्स और बालाजी ट्रेडर्स के मालिकों समेत बोकारो एवं पीरटांड़ के एक व्यवसायी पर कानूनी शिकंजा कसा है. ये खुलासा पुलिस ने किया है.

इसे भी पढ़ें- कार के तहखाने में छिपा कर ले जाया जा रहा था चांदी का बिस्किट, हिरासत में दो लोग

शनिवार को सदर एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह और थाना प्रभारी विनय राम ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता की. जिसमें ये तमाम खुलासे पुलिस की ओर से किए गए. उन्होंने बताया कि मधुकर ज्वेलर्स का मालिक राजेश गुप्ता का नाम गिरोह के मुख्य सदस्य के रूप से सामने आया है. राजेश ने ही चांदी की बड़ी खेप उपलब्ध कराया था.

जानकारी देते एसडीपीओ

75 किलो चांदी ब्रिक्स की कीमत 35 लाख
शुक्रवार की शाम को मुफस्सिल पुलिस की ओर से चांदी के ब्रिक्स लदे एक मारुती डिजायर गाड़ी को पकड़ने के बाद कई चौंकाने वाले तथ्य उजागर हुए. कार के बीच वाले सीट के नीचे से पुलिस ने छिपाकर रखा गया चांदी का छोटा-बड़ा ब्रिक्स (टुकड़ा) 73 पीस बरामद किया गया था. बरामद चांदी के कुल ब्रिक्स का वजन लगभग 75 किलो है. इसका अनुमालित मुल्य करीब 35 लाख रुपया है. इस कार्रवाई में बरामद चांदी कच्चा है.

पकड़ाए लोगों ने खोली पोल
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वाहन के साथ पकड़ाए अरविंद पांडेय और गोविंद कुमार सोनी से पुलिस ने पूछताछ किया तो दोनों ने पूरी जानकारी दी. कार से बरामद चांदी के ब्रिक्स के कागजात के संबंध में दोनों ने पुलिस को बताया कि उनके पास कोई कागजात नहीं है. यह भी बताया कि मधुकर ज्वेलर्स गिरिडीह के राजेश गुप्ता से छोटा-बड़ा कच्चा चांदी का 67 पीस ब्रिक्स और बालाजी ट्रेडर्स गिरिडीह के ब्रह्मदेव प्रसाद से छोटा-बड़ा कच्चा चांदी का छह पीस ब्रिक्स उन दोनों के दुकान से इन लोगों ने लिया है.

इसे भी पढ़ें- रांची पुलिस को मिली सफलता, 1.46 करोड़, 3 किलो सोना, 56 किलो चांदी के साथ लुटेरों को दबोचा

पुलिसिया पूछताछ में अरविंद ने बताया कि ब्रह्मदेव प्रसाद और राजेश गुप्ता काली बाड़ी के पास अपनी दुकान चलाते हैं. उन्हीं लोगों से ये हमेशा कच्चा चांदी लेकर शुद्ध चांदी बनाकर बेचने का कारोबार करते है. ब्रह्मदेव और राजेश कहां से इतनी भारी मात्रा में चांदी लाकर उसका ब्रिक्स बनाकर बेचते हैं, इसका उन्हें कुछ पता नहीं है.

मधुकर का मालिक पुलिस की राडार पर
चांदी तस्करी का कारोबार करने वाले संगठित गिरोह में शामिल मधुकर ज्वेलर्स का मालिक राजेश गुप्ता पुलिस की राडार पर है, सरगर्मी से पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है. एसडीपीओ सदर अनिल कुमार सिंह ने कहा कि फरार चल रहे राजेश गुप्ता की गिरफ्तारी के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने यह भी बताया कि यह अंतरराज्यीय गिरोह है, राजेश गुप्ता का नाम रिसीवर के रूप में सामने आया है.

इस गिरोह में अन्य लोग भी शामिल हैं, पुलिस मामले की हर बिंदु पर जांच कर रही है. जिन लोगों की भी इसमें संलिप्तता आएगी उसके विरूद्ध विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी. एसडीपीओ ने बताया कि चांदी तस्करी के मामले से आयकर और वाणिज्य कर विभाग को भी अवगत करा दिया गया है. दोनों विभाग अपने-अपने स्तर से भी कार्रवाई करेंगे.

कैसे हुआ खुलासा
मुफस्सिल थाना प्रभारी को यह सूचना मिली थी कि कुछ लोग गिरिडीह से अवैध चांदी लेकर बोकारो की तरफ जा रहे हैं. इसी सूचना पर शुक्रवार की शाम थाना प्रभारी विनय कुमार राम के निर्देश पर पंकज कमार सिंह पुलिस बल के साथ गिरिडीह-डुमरी मुख्य पथ पर बैरिकेडिंग कर वाहन चेकिंग करने लगे. इसी दौरान एक कत्था रंग का डिजायर गाड़ी वाहन संख्या जेएच10एई/4300 वहां आया. पुलिस ने उसे रोककर जांच शुरू किया तो गाड़ी में बैठे दोनों लोगों ने कहा कि गाड़ी में कुछ नहीं है. इसके बाद गाड़ी में बैठे अरविंद और गोविंद की जांच की गयी तो अरविंद के पास से चांदीनुमा धातु का 10 ग्राम का एक टुकडा और 10 ग्राम दाना बरामद हुआ. इसके बाद कार की सघन तलाशी ली गयी तो बीच सीट के नीचे छिपाकर रखा गया चांदी का ब्रिक्स बरामद हुआ.

इसे भी पढ़ें- रांची में धराया ओडिशा का 'येड़ा गैंग, चांदी के गहनों के साथ शिकंजे में 4 अपराधी

भागने के दौरान पकड़ाया बालाजी का संचालक
स्विफ्ट कार से चांदी का ब्रिक्स बरामद करने और पकड़े गए दोनों लोगों से पूछताछ के बाद पुलिस ने तत्काल काली बाड़ी चौक स्थित बालाजी ट्रेडर्स में छापामारी के लिए पहुंची. पुलिस जब पहुंची तो देखा कि एक व्यक्ति दुकान से निकलकर भाग रहा था, जिसे पकड़कर पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि वह दुकान मालिक ब्रह्मदेव प्रसाद है. पूछताछ में उसने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि उसे गोविंद सोनी को चांदी का छह पीस ब्रिक्स बिना कागजात का दिया है. हालांकि वह पुलिस को यह नहीं बताया वह इतना चांदी का ब्रिक्स कहां से लाया है और ना ही कोई वैद्य कागजात ही पुलिस को दिखा पाया. इसके बाद पुलिस ब्रह्मदेव को हिरासत में लेकर मधुकुर ज्वेलर्स छापामारी के लिए पहुंची पर दुकान बंद हो चुका था.

चार नामजद और अन्य अज्ञात बनाए गए अभियुक्त
इस मामले में मुफस्सिल थाना में सअनि पंकज कुमार सिंह के शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. प्राथमिकी में बोकारो जिला के चास थाना क्षेत्र के कुंवर सिंह कॉलोनी निवासी अरविंद पांडेय, गिरिडीह जिला के पीरटांड़ थाना क्षेत्र के गोविंद कुमार सोनी, गिरिडीह जिला के नगर थाना क्षेत्र के कर्बला रोड शिव मंदिर गली निवासी ब्रह्मदेव प्रसाद, मधुकर ज्वेलर्स के मालिक राजेश गुप्ता और अन्य को अभियुक्त बनाया गया है.

मुफस्सिल थाना प्रभारी विनय कुमार राम ने मामले के अनुसंधान की जिम्मेदारी पुअनि नागेंद्र कुमार को सौंपा है. मामले में तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिसमें अरविंद पांडेय, गोविंद कुमार सोनी और ब्रह्मदेव प्रसाद शामिल है. इस गिरोह के खुलासा करने में मुफस्सिल थाना प्रभारी विनय कुमार राम, पुअनि नागेंद्र कुमार, पिंटु कुमार, नीतिश पांडेय और सअनि पंकज कुमार सिंह का अहम योगदान रहा.

नकली शराब लदा वाहन जब्त
एक और मामले में पीरटांड़ थाना की पुलिस ने नकली शराब लदे वाहन को जब्त किया है. वाहन पर भारी मात्रा में शराब है. बताया जाता है कि शराब को विभिन्न इलाके में खपाने की तैयारी की गई थी. पुलिस शराब जब्त कर आगे की कार्रवाई कर रही है.

गिरिडीहः अंतरराज्यीय गिरोह ही चांदी के बिस्कुट का अवैध कारोबार कर रहा है, यह गिरोह लंबे समय से इस धंधे में लिप्त है. इस मामले में गिरिडीह के दो आभूषण व्यवसायी मधुकर ज्वेलर्स और बालाजी ट्रेडर्स के मालिकों समेत बोकारो एवं पीरटांड़ के एक व्यवसायी पर कानूनी शिकंजा कसा है. ये खुलासा पुलिस ने किया है.

इसे भी पढ़ें- कार के तहखाने में छिपा कर ले जाया जा रहा था चांदी का बिस्किट, हिरासत में दो लोग

शनिवार को सदर एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह और थाना प्रभारी विनय राम ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता की. जिसमें ये तमाम खुलासे पुलिस की ओर से किए गए. उन्होंने बताया कि मधुकर ज्वेलर्स का मालिक राजेश गुप्ता का नाम गिरोह के मुख्य सदस्य के रूप से सामने आया है. राजेश ने ही चांदी की बड़ी खेप उपलब्ध कराया था.

जानकारी देते एसडीपीओ

75 किलो चांदी ब्रिक्स की कीमत 35 लाख
शुक्रवार की शाम को मुफस्सिल पुलिस की ओर से चांदी के ब्रिक्स लदे एक मारुती डिजायर गाड़ी को पकड़ने के बाद कई चौंकाने वाले तथ्य उजागर हुए. कार के बीच वाले सीट के नीचे से पुलिस ने छिपाकर रखा गया चांदी का छोटा-बड़ा ब्रिक्स (टुकड़ा) 73 पीस बरामद किया गया था. बरामद चांदी के कुल ब्रिक्स का वजन लगभग 75 किलो है. इसका अनुमालित मुल्य करीब 35 लाख रुपया है. इस कार्रवाई में बरामद चांदी कच्चा है.

पकड़ाए लोगों ने खोली पोल
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वाहन के साथ पकड़ाए अरविंद पांडेय और गोविंद कुमार सोनी से पुलिस ने पूछताछ किया तो दोनों ने पूरी जानकारी दी. कार से बरामद चांदी के ब्रिक्स के कागजात के संबंध में दोनों ने पुलिस को बताया कि उनके पास कोई कागजात नहीं है. यह भी बताया कि मधुकर ज्वेलर्स गिरिडीह के राजेश गुप्ता से छोटा-बड़ा कच्चा चांदी का 67 पीस ब्रिक्स और बालाजी ट्रेडर्स गिरिडीह के ब्रह्मदेव प्रसाद से छोटा-बड़ा कच्चा चांदी का छह पीस ब्रिक्स उन दोनों के दुकान से इन लोगों ने लिया है.

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पुलिसिया पूछताछ में अरविंद ने बताया कि ब्रह्मदेव प्रसाद और राजेश गुप्ता काली बाड़ी के पास अपनी दुकान चलाते हैं. उन्हीं लोगों से ये हमेशा कच्चा चांदी लेकर शुद्ध चांदी बनाकर बेचने का कारोबार करते है. ब्रह्मदेव और राजेश कहां से इतनी भारी मात्रा में चांदी लाकर उसका ब्रिक्स बनाकर बेचते हैं, इसका उन्हें कुछ पता नहीं है.

मधुकर का मालिक पुलिस की राडार पर
चांदी तस्करी का कारोबार करने वाले संगठित गिरोह में शामिल मधुकर ज्वेलर्स का मालिक राजेश गुप्ता पुलिस की राडार पर है, सरगर्मी से पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है. एसडीपीओ सदर अनिल कुमार सिंह ने कहा कि फरार चल रहे राजेश गुप्ता की गिरफ्तारी के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने यह भी बताया कि यह अंतरराज्यीय गिरोह है, राजेश गुप्ता का नाम रिसीवर के रूप में सामने आया है.

इस गिरोह में अन्य लोग भी शामिल हैं, पुलिस मामले की हर बिंदु पर जांच कर रही है. जिन लोगों की भी इसमें संलिप्तता आएगी उसके विरूद्ध विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी. एसडीपीओ ने बताया कि चांदी तस्करी के मामले से आयकर और वाणिज्य कर विभाग को भी अवगत करा दिया गया है. दोनों विभाग अपने-अपने स्तर से भी कार्रवाई करेंगे.

कैसे हुआ खुलासा
मुफस्सिल थाना प्रभारी को यह सूचना मिली थी कि कुछ लोग गिरिडीह से अवैध चांदी लेकर बोकारो की तरफ जा रहे हैं. इसी सूचना पर शुक्रवार की शाम थाना प्रभारी विनय कुमार राम के निर्देश पर पंकज कमार सिंह पुलिस बल के साथ गिरिडीह-डुमरी मुख्य पथ पर बैरिकेडिंग कर वाहन चेकिंग करने लगे. इसी दौरान एक कत्था रंग का डिजायर गाड़ी वाहन संख्या जेएच10एई/4300 वहां आया. पुलिस ने उसे रोककर जांच शुरू किया तो गाड़ी में बैठे दोनों लोगों ने कहा कि गाड़ी में कुछ नहीं है. इसके बाद गाड़ी में बैठे अरविंद और गोविंद की जांच की गयी तो अरविंद के पास से चांदीनुमा धातु का 10 ग्राम का एक टुकडा और 10 ग्राम दाना बरामद हुआ. इसके बाद कार की सघन तलाशी ली गयी तो बीच सीट के नीचे छिपाकर रखा गया चांदी का ब्रिक्स बरामद हुआ.

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भागने के दौरान पकड़ाया बालाजी का संचालक
स्विफ्ट कार से चांदी का ब्रिक्स बरामद करने और पकड़े गए दोनों लोगों से पूछताछ के बाद पुलिस ने तत्काल काली बाड़ी चौक स्थित बालाजी ट्रेडर्स में छापामारी के लिए पहुंची. पुलिस जब पहुंची तो देखा कि एक व्यक्ति दुकान से निकलकर भाग रहा था, जिसे पकड़कर पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि वह दुकान मालिक ब्रह्मदेव प्रसाद है. पूछताछ में उसने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि उसे गोविंद सोनी को चांदी का छह पीस ब्रिक्स बिना कागजात का दिया है. हालांकि वह पुलिस को यह नहीं बताया वह इतना चांदी का ब्रिक्स कहां से लाया है और ना ही कोई वैद्य कागजात ही पुलिस को दिखा पाया. इसके बाद पुलिस ब्रह्मदेव को हिरासत में लेकर मधुकुर ज्वेलर्स छापामारी के लिए पहुंची पर दुकान बंद हो चुका था.

चार नामजद और अन्य अज्ञात बनाए गए अभियुक्त
इस मामले में मुफस्सिल थाना में सअनि पंकज कुमार सिंह के शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. प्राथमिकी में बोकारो जिला के चास थाना क्षेत्र के कुंवर सिंह कॉलोनी निवासी अरविंद पांडेय, गिरिडीह जिला के पीरटांड़ थाना क्षेत्र के गोविंद कुमार सोनी, गिरिडीह जिला के नगर थाना क्षेत्र के कर्बला रोड शिव मंदिर गली निवासी ब्रह्मदेव प्रसाद, मधुकर ज्वेलर्स के मालिक राजेश गुप्ता और अन्य को अभियुक्त बनाया गया है.

मुफस्सिल थाना प्रभारी विनय कुमार राम ने मामले के अनुसंधान की जिम्मेदारी पुअनि नागेंद्र कुमार को सौंपा है. मामले में तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिसमें अरविंद पांडेय, गोविंद कुमार सोनी और ब्रह्मदेव प्रसाद शामिल है. इस गिरोह के खुलासा करने में मुफस्सिल थाना प्रभारी विनय कुमार राम, पुअनि नागेंद्र कुमार, पिंटु कुमार, नीतिश पांडेय और सअनि पंकज कुमार सिंह का अहम योगदान रहा.

नकली शराब लदा वाहन जब्त
एक और मामले में पीरटांड़ थाना की पुलिस ने नकली शराब लदे वाहन को जब्त किया है. वाहन पर भारी मात्रा में शराब है. बताया जाता है कि शराब को विभिन्न इलाके में खपाने की तैयारी की गई थी. पुलिस शराब जब्त कर आगे की कार्रवाई कर रही है.

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