गिरिडीह: खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ बगोदर में छह दिनों से लगातार लोग धरने पर बैठे थे. शनिवार को डीएसओ गौतम भगत के आश्वासन के बाद धरना समाप्त हो गया. जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने धरना पर बैठे लोगों को आश्वासन दिया कि मामले की जांच कमेटी करेंगी. कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए एक महीने का समय भी लिया है.
जिला आपूर्ति पदाधिकारी (डीएसओ) के इसी आश्वासन के बाद लोगों ने धरना खत्म किया. इस दौरान डीएसओ ने धरना पर बैठे लोगों को जूस पिलाया. बगोदर बीडीओ मनोज कुमार गुप्ता और प्रमुख मुस्ताक अंसारी भी उपस्थित थे. धरना पर बैठे लोगों ने कहा कि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में काफी गड़बड़ी की जा रही है. इसके साथ ही चौधरीबांध पंचायत में कुछ डीलरों की मनमानी और जरूरतमंदों को राशन कार्ड का लाभ शीघ्र दिया जाए. लोगों ने कहा कि प्रभारी एमओ अपने कार्यालय में नहीं बैठते हैं और एमओ की मिलीभगत से डीलर मनमानी कर रहे हैं.
धरनास्थल पर राशन कार्डधारियों ने डीएसओ के समक्ष अपनी फरियाद को रखा. बता दें कि चौधरीबांध पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि प्रेमचंद साहु के नेतृत्व में 21 मार्च से अनिश्चितकालीन धरना की शुरुआत की गई थी. धरना के पहले ही दिन डीलर्स संघ और प्रेमचंद साहु के बीच कहासुनी हो गई थी. धरना पर बैठे लोगों ने पांच सूत्री मांग का ज्ञापन डीएसओ को सौंपा. इसमें खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में व्याप्त गड़बड़ी के लिए जांच कमेटी का गठन करने, डीलरों की ओर से काटे जाने वाले अनाज की कटौती बंद करने, वितरण पर्ची देने, धरना बैठे लोगों पर हमला के करने वालों पर कार्रवाई करने, बीडीओ के जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई करने और प्रभारी एमओ को पदमुक्त करने की मांग शामिल है. इस अवसर पर प्रखड प्रमुख मुस्ताक अंसारी, मुखिया प्रतिनिधि प्रेमचंद साहु, समाजसेवी कुंजलाल साव के साथ साथ अमजद खान, सिकंदर अली, जितेंद्र कुमार महतो, रघु सोनी सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे.