गिरिडीह: मुफस्सिल थाना पुलिस के हत्थे चढ़े ठगी के आरोपी ने कई खुलासे किए हैं. पुलिसिया पूछताछ में आरोपी जगदीश दास ने यह स्वीकारा है कि उसने शेयर मार्केट में पैसा लगाने और मोटा मुनाफा दिलाने के नाम पर कई लोगों से पैसा की उगाही की थी. आरोपी ने बताया कि जिनसे उसने पैसा लिया है उसमें पूर्व विधायक समेत कई लोग शामिल हैं.
जगदीश ने यह भी बताया है कि कई अन्य जनप्रतिनिधियों का भी पैसा उसने शेयर मार्केट में लगाया गया था. इन्हें विश्वास में लेने के लिए जगदीश ने एडवांस में चेक दिया था और उसके बाद शेयर में लगाने के लिए रुपए लिए थे. शेयर मार्केट में मुनाफा होने पर 16-50 प्रतिशत राशि खाता या नकद देकर जगदीश इन्हें वापस करता था. इधर पूछताछ के बाद मुफस्सिल पुलिस ने शनिवार को कोविड-19 और मेडिकल जांच के बाद जगदीश को अदालत में पेश किया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में केंद्रीय कारा गिरिडीह भेज दिया गया. जगदीश ने पुलिस को बताया है कि वह स्पेन की कंपनी ओक्टा फैक्स में शेयर पार्टनर के ट्रेडिंग का काम करता है.
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किससे लिया कितना रुपया
जगदीश ने बताया कि वह राहुल बर्मन से 52 लाख, अजय रजक से 44 लाख, दीपक तिवारी से 10 लाख, सौरभ बर्मन से 18 लाख, दिलीप रविदास से 7 लाख, हरि किशोर रविदास से 20 लाख, मनोज दास से 7 लाख 40 हजार, चुन्नू वर्णवाल से 20 लाख, पूर्व विधायक निर्भय कुमार शाहाबादी से 5 लाख, राजकुमार दास से 1 लाख 70 हजार, समीर से 1 लाख 50 हजार रुपए लिए थे. इसके अलावा कुछ अन्य लोगों से भी जगदीश ने रुपए लिए था जिनका नाम उसे याद नहीं है.
घाटा लगने की कही बात
पुलिस की ओर से किये गए पूछताछ में जगदीश ने बताया कि 19 अगस्त 2020 को मार्केट डाउन होने और कोरोना महामारी के कारण बाजार भाव गिरने के चलते उसे व्यवसाय में 85 लाख रुपए का नुकसान हुआ. जब शेयर में पैसा लगाने वाले लोग अपना प्रसेंटेज का पैसा मांगने लगे तो उसने उन्हें बताया कि अभी बाजार की हालत खास्ता है. बाजार की हालत ठीक होते ही वह सभी को सूद समेत रुपए वापस लौटा देगा. इस बीच 30 सितंबर 2020 को दोबारा 1 करोड़ 35 लाख रुपए का मार्केटिंग में घाटा लगा जिससे उसकी पूंजी टूट गयी और वह ग्राहकों को प्रसेंटेज का रुपया नहीं दे पाया. जगदीश ने पुलिस को बताया कि उसकी मंशा रुपए ठगने या हड़पने की नहीं थी.