दुमका: जिले में विद्युत व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए 9 पावर सब स्टेशन का काम लगभग दो साल पहले शुरू हुआ. इसके कार्य की गति काफी धीमी है. इसे पूरा होने में काफी वक्त लगेगा. जबकि इसमें से अधिकांश 31 मार्च 2021 तक पूर्ण होना था, लेकिन निर्माण कार्य की जो गति है उसे देख कर लगता है अभी एक साल इंतजार करना होगा.
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मामूली खराबी पर बिजली ठप
पावर सब स्टेशन की दूरी अधिक होने से विद्युत व्यवस्था सुचारू रूप से बहाल करने में परेशानी होती है. अगर इसमें मामूली खराबी भी आ जाती है तो पूरे इलाके में बिजली ठप हो जाती है. अगर पावर सब स्टेशन की दूरी कम है तो विद्युत व्यवस्था बेहतर होती है.
भूमि की अनुपलब्धता ने गति को किया धीमा
इन 9 पावर सब स्टेशन के निर्माण की गति को पिछले साल कोरोना संक्रमण के मद्देनजर लगाए गए लॉकडाउन ने धीमा किया. कई महीने तक निर्माण कार्य ठप रहा. इसके साथ ही निर्माण कार्य नहीं होने का एक बड़ा कारण यह भी था कि कई जगह पावर सब स्टेशन के लिए जमीन देरी से उपलब्ध हुई. इसके साथ ही कई जगह निर्माण कार्य के बीच भुगतान की समस्या ने भी कार्य में बाधा डालने का काम किया.
किन स्थानों पर बन रहा है पावर सब स्टेशन
दुमका में वर्तमान समय में 9 स्थानों पर पावर सब स्टेशन के निर्माण का कार्य चल रहा है. जिन स्थानों पर निर्माण कार्य हो रहा है वह निम्नलिखित है:
क्रम | स्थान | प्रखंड |
1. | महारो | जामा |
2. | कालीपाथर | शिकारीपाड़ा |
3. | छोटाचापुरिया | मसलिया |
4. | तरणी | गोपीकांदर |
5. | मधुबन | रामगढ़ |
6. | कुसुमडीह | दुमका सदर |
7. | धनबासा | रानीश्वर |
8. | रांगा | गोपीकांदर |
9. | दिग्घी | सरैयाहाट |
कोरोना के कारण निर्माण कार्य प्रभावित
विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता अनुप प्रसाद कहते हैं कि पावर सब स्टेशन के निर्माण का कार्य कोरोना की वजह से काफी प्रभावित हुआ है. लॉकडाउन में लंबे समय तक काम बंद रहा. इधर चार-पांच महीने में काम तेजी से चल रहा है. यह सभी 9 पावर सब स्टेशन जब बनकर तैयार हो जाएंगे और काम करना शुरू कर देंगे तो बिजली की आपूर्ति काफी सुदृढ़ होगी.