दुमका: केंद्र सरकार, झारखंड सरकार और जिला प्रशासन की तरफ से लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए सुरक्षा नियमों का पालन करने की अपील की जा रही है. सरकार चेतावनी दे रही है. यहां तक कि झारखंड सरकार ने एक लाख का जुर्माना और 2 साल की सजा की घोषणा कर दी है. लेकिन दुमका के लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. बाजार में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही है. जिला में काफी संख्या में लोग बिना मास्क के नजर आते हैं. बच्चों और बुजुर्गों को घर से नहीं निकलने के लिए कहा गया है लेकिन आराम से ये भीड़भाड़ वाले इलाकों में आपको मिल जाएंगे.
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क्या कहते हैं लोग
वैसे लोग जो सुरक्षा मापदंडों को अपना रहे हैं उनका कहना है कि बाजार की यह स्थिति काफी चिंताजनक है. ये लोग खुद तो संक्रमित होंगे ही साथ ही साथ दूसरों को भी संक्रमित करेंगे. साथ ही जब ऐसे संक्रमित लोग अपने घर जाएंगे तो अपने परिवार वालों और बच्चों को भी संक्रमण के घेरे में ले आएंगे. सुरक्षा मापदंडों का पालन करने वाले जागरूक लोग लापरवाह लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि जब तक इन पर कानून का डंडा नहीं बरसेगा ये लोग नहीं सुधरेंगे और जब तक सभी जागरूक नहीं होंगे कोरोना पर काबू नहीं पाया जा सकता.
क्या कहते हैं दुमका एसपी
दुमका एसपी अंबर लकड़ा का कहना है कि कोरोना के प्रति लोगों में जो जागरूकता दिखाई देनी चाहिए थी वह दिखाई नहीं दे रही है. लोग सुरक्षा नियमों को नजरअंदाज कर रहे हैं. ऐसे लोगों पर अब पुलिस सख्ती से कार्रवाई करेगी. एसपी ने कहा कि हम आपदा प्रबंधन के सुसंगत धाराओं के तहत इन पर केस दर्ज करेंगे.
अब तक कुल 45 पॉजिटिव केस
बता दें कि दुमका में अब तक कोरोना पॉजिटिव केस की संख्या 45 है. इसमें 26 लोगों का इलाज हो चुका है. 19 लोग पुराने सदर अस्पताल में बने कोविड हॉस्पिटल में भर्ती हैं. इन 19 लोगों में दुमका मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एक चिकित्सक और नगर थाना का एक एसआई शामिल है.