दुमका: लॉकडाउन में लोग लंबे समय से घरों में हैं, उनमें तनाव भी देखा जा रहा है. ऐसे में घरेलू विवाद और उसके बाद घरेलू हिंसा की घटना बनी रहती है. इसमें ज्यादातर महिलाओं को निशाना बनाया जाता है. उनके साथ मारपीट की भी घटना होती है. ऐसी महिलाओं के लिए समाज कल्याण विभाग ने एक अच्छी व्यवस्था की है. दुमका में समाज कल्याण विभाग द्वारा महिला उत्पीड़न निवारण केंद्र खोला गया है. इसका नाम वन स्टॉप सेंटर रखा गया है.
पीड़ित महिलाओं के लिए सुविधा
इस वन स्टॉप सेंटर में एक छत के नीचे पीड़ित महिलाओं को सभी आवश्यक सुविधाएं दी जा रही हैं. उनके रहने खाने की व्यवस्था तो है ही साथ ही साथ हेल्थ सुविधा, काउंसिलिंग, पुलिस और कानूनी सलाह भी दी जा रही है. दुमका की जिला समाज कल्याण अधिकारी श्वेता भारती ने बताया कि घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं की सुरक्षा के प्रति समाज कल्याण विभाग प्रतिबद्ध है. अभी लॉकडाउन चल रहा है ऐसे में घरेलू हिंसा की संभावना बनी रहती है. यहां महिलाओं को तमाम जरूरी सुविधाएं दी जा रही है, ताकि वे सुरक्षित महसूस कर सकें.
पीड़ित महिलाओं की काउंसलिंग
इस वन स्टॉप सेंटर के लिए एक महिला प्रशासक पूनम वर्मा जिनकी बाल विकास परियोजना अधिकारी के रूप में नियुक्ति की गई है. वह कहती हैं कि हिंसा पीड़ित महिला काफी डरी हुई रहती हैं. हम उनकी काउंसलिंग करते हैं. उन्हें यह एहसास दिलाते हैं कि आप यहां महफूज हैं. इसके साथ ही साथ हम उनकी उम्मीदों पर खरा उतरते हैं.
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महिलाओं की सुरक्षा जरूरी
घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं के लिए समाज कल्याण विभाग द्वारा की गई इस पहल की स्थानीय लोग सराहना कर रहे हैं. उनका कहना है कि यह काफी अच्छी पहल है. इससे महिलाओं में सुरक्षा की भावना उत्पन्न होगी. उन्हें लगेगा हमारे लिए भी कोई है. महिलाओं की सुरक्षा समाज के लिए बेहद जरूरी है. इसके लिए दुमका में समाज कल्याण विभाग ने जो व्यवस्था किया है, वह सराहनीय है. हमारा समाज तभी आगे बढ़ सकता है, जब महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान बनी रहे.