दुमका: झारखंड की उपराजधानी दुमका का रीजनल आई हॉस्पिटल बिना डॉक्टर के ही संचालित हो रहा है. जिससे मरीज तो परेशान हैं हीं, इस अस्पताल में काम करने वाले कर्मी भी परेशान हैं.
दुमका सदर अस्पताल परिसर में मौजूद रीजनल आई हॉस्पिटल इन दिनों बदहाली का शिकार है. यहां अस्पताल की बिल्डिंग तो है लेकिन यहां डॉक्टरों की बेहद कमी है, जिससे मरीजों का समुचित इलाज नहीं हो पा रहा है. यहां औसतन 40 से 50 मरीज आते हैं. लेकिन डॉक्टर के अभाव में ठीक से इलाज नहीं हो पाता है. आंखों का ऑपरेशन तो बिल्कुल बन्द है.
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दरअसल, यहां तीन डॉक्टर की पोस्टिंग है जिसमें से दो डॉक्टर का पद रिक्त हैं. इसके अलावा अस्पताल के एक मात्र डॉक्टर लंबी अवकाश हैं. ऐसे में बिना डॉक्टर के अस्पताल कैसे चल रहा है इसका अंदाजा सहज लगाया जा सकता है.
क्या कहते हैं मरीज
डॉक्टर के नहीं रहने से मरीज काफी परेशान हैं वे कहते हैं यह दुमका का एकमात्र आई हॉस्पिटल है और यहां डॉक्टर का न होना काफी दुखद है. वे सरकार से इस दिशा में पहल की मांग कर रहे हैं.
क्या कहते हैं अस्पताल के नेत्र सहायक
अस्पताल के नेत्र सहायक भी मानते हैं कि काफी परेशानी है. यहां वे तो सिर्फ आंखों की पावर या छोटे मोटे काम करते हैं. लेकिन डॉक्टर नहीं रहने से किसी तरह का आई ऑपरेशन बंद है.
क्या कहते हैं सिविल सर्जन
इस संबंध में दुमका के सिविल सर्जन डॉ अनंत कुमार झा ने बताया कि परेशानी तो है लेकिन उन्होंने इस समस्या के लिए विभाग को लिखा है. उन्होंने यह भी बताया कि अभी जो डॉक्टर वहां पोस्टेड हैं और अवकाश पर गए हैं. लेकिन उनकी भी सेवा अगले महीने समाप्त हो जाएगी ऐसे में तो डॉक्टर की पोस्टिंग अत्यंत आवश्यक है.