दुमका: झारखंड सरकार के पर्यटन और खेलकूद विभाग की ओर से जिले में लोगों को स्विमिंग सिखाने और तैराकी प्रतियोगिता का आयोजन करने के उद्देश्य से स्विमिंग पूल का निर्माण कराया गया था. करीब एक साल पहले लगभग एक करोड़ की लागत से स्विमिंग पूल का निर्माण कराया गया था. यह स्विमिंग शहर के बीचोबीच समाहरणालय के पास स्थित है. इसका उद्घाटन झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया था, लेकिन कोरोना के कारण आज तक सरकार ने स्विमिंग पूल खोलने की इजाजत नहीं दी.
देखरेख के अभाव में स्विमिंग पूल का दुरुपयोग
इस स्विमिंग पूल में कोई गार्ड नहीं रहने और बाउंड्री वाल की ऊंचाई कम होने की वजह से लोग उसका दुरुपयोग कर रहे हैं. मोटे तौर पर कहे तो उस जगह का इस्तेमाल लोग अंधेरे में खुले में शौच के लिए कर रहे हैं. इसके साथ ही नशेड़ियों ने भी इसे अपना ठिकाना बना लिया है.
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प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत
सरकार के पर्यटन और खेलकूद विभाग की ओर से जब स्विमिंग पूल का निर्माण हो रहा था तो स्थानीय लोगों में काफी खुशी थी कि अब यहां तैराकी सीख पाएंगे. इसके साथ ही तैराकी प्रतियोगिता जो आयोजित होगी उसका आनंद ले सकेंगे. कोरोना की वजह से यह सब संभव नहीं हो पाया. अब लोगों को तकलीफ यह है कि इसके रखरखाव में उदासीनता बरती जा रही है. लोगों का कहना है कि प्रशासन इस पर विशेष ध्यान दे.
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उपायुक्त ने दिया आश्वासन
स्विमिंग पूल के रखरखाव की उचित व्यवस्था के मामले में उपायुक्त राजेश्वरी बी ने बताया कि स्विमिंग पूल को और विकसित किया जाएगा. इसकी चहारदीवारी को और ऊंचा किया जाना है. इसके साथ ही और भी नई चीजों को जोड़ा जाएगा. डीसी ने बताया कि इसके लिए जल्द एक कमेटी गठित की जा रही है और इस पर समुचित ध्यान दिया जाएगा.