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दुमका में झुंड से बिछड़े हाथी ने दो लोगों की ली जान, दहशत में ग्रामीण - मसलिया प्रखंड में हाथी

दुमका के जामा और मसलिया प्रखंड में झुंड से बिछड़े एक हाथी ने दो लोगों की जान ले ली. घटना के बाद से ग्रामीणों में आक्रोश है. ग्रामीणों ने पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की है. वहीं मामले की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और हाथी को भगाने में जुटी है.

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हाथी का आतंक
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Published : Oct 26, 2021, 4:13 PM IST

Updated : Oct 26, 2021, 8:15 PM IST

दुमका: जिले के जामा और मसलिया प्रखंड में झुंड से भटके एक हाथी ने दो व्यक्ति की जान ले ली. हाथी ने मंगलवार को जामा प्रखंड के महारो गांव के विदेश मंडल नामक व्यक्ति को मार डाला. वहीं सोमवार रात मसलिया प्रखंड के फतेहपुर गांव में शिबूधन हांसदा को भी हाथी ने पटककर मार दिया था. गांव में हाथी के आ जाने से लोगों में दहशत है. हाथी को भगाने के लिए ग्रामीण उसके पीछे-पीछे दौड़ रहे हैं. इसी दौरान हाथी आक्रमक हो रहा है. जिससे अफरा-तफरी मच रही है.


इसे भी पढ़ें: झुंड से बिछड़े गजराज का जामताड़ा के गोवा कोला गांव में उत्पात, दहशत में ग्रामीण



जामा प्रखंड के महारो गांव में इस घटना के बाद ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. ग्रामीणों का कहना है कि गांव के आसपास कोई जंगली इलाका नहीं है. इसके बावजूद गांव में हाथी घुस गया है. यह पूरी तरह से वन विभाग की लापरवाही है. ग्रामीणों ने कहा कि सरकार विदेश मंडल के परिवार वालों को 10 लाख रुपये का मुआवजा दें, क्योंकि वह बहुत गरीब है. अगर ऐसा नहीं होता है तो सड़क जाम कर आंदोलन करेंगे.

देखें पूरी खबर


क्या कहते हैं डीएफओ


दुमका के डीएफओ अभिरुप सिन्हा घटना के बाद महारो गांव पहुंचे. डीएफओ के नेतृत्व में हाथी को सुरक्षित रास्ता देते हुए जंगल तक पहुंचाने का प्रयास जारी है. हालांकि वन विभाग को अब तक सफलता नहीं मिली है. डीएफओ ने कहा कि हाथी की वजह से जिनकी जान गई है, उसे उचित मुआवजा दिया जाएगा. साथ ही साथ उन्होंने लोगों से हाथी के पीछे नहीं भागने की अपील की है. उन्होंने कहा कि हमारी पूरी टीम हाथी को भगाने में लगी हुई है. हम जल्द ही उसे सुरक्षित जंगल तक पहुंचा देंगे.

इसे भी पढ़ें: चार दिनों में हाथी ने ली पांच लोगों की जान, जंगल से सटे गांवों में लगातार कर रहे हमला




8 महीने पहले शहर में कर गया था प्रवेश

झुंड से भटके हाथी ने कई बार दुमका में आतंक मचाया है. पिछले साल भी हाथी ने 2 लोगों की जान ली थी. वहीं लगभग आठ महीने पहले एक हाथी शहरी क्षेत्र में प्रवेश कर गया था और एक युवक को गंभीर रूप से घायल कर दिया था. वन विभाग को कोई बेहतर व्यवस्था करने की जरूरत है. ताकि हाथी इस तरह से जान माल का नुकसान न पहुंचाए.

दुमका: जिले के जामा और मसलिया प्रखंड में झुंड से भटके एक हाथी ने दो व्यक्ति की जान ले ली. हाथी ने मंगलवार को जामा प्रखंड के महारो गांव के विदेश मंडल नामक व्यक्ति को मार डाला. वहीं सोमवार रात मसलिया प्रखंड के फतेहपुर गांव में शिबूधन हांसदा को भी हाथी ने पटककर मार दिया था. गांव में हाथी के आ जाने से लोगों में दहशत है. हाथी को भगाने के लिए ग्रामीण उसके पीछे-पीछे दौड़ रहे हैं. इसी दौरान हाथी आक्रमक हो रहा है. जिससे अफरा-तफरी मच रही है.


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जामा प्रखंड के महारो गांव में इस घटना के बाद ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. ग्रामीणों का कहना है कि गांव के आसपास कोई जंगली इलाका नहीं है. इसके बावजूद गांव में हाथी घुस गया है. यह पूरी तरह से वन विभाग की लापरवाही है. ग्रामीणों ने कहा कि सरकार विदेश मंडल के परिवार वालों को 10 लाख रुपये का मुआवजा दें, क्योंकि वह बहुत गरीब है. अगर ऐसा नहीं होता है तो सड़क जाम कर आंदोलन करेंगे.

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क्या कहते हैं डीएफओ


दुमका के डीएफओ अभिरुप सिन्हा घटना के बाद महारो गांव पहुंचे. डीएफओ के नेतृत्व में हाथी को सुरक्षित रास्ता देते हुए जंगल तक पहुंचाने का प्रयास जारी है. हालांकि वन विभाग को अब तक सफलता नहीं मिली है. डीएफओ ने कहा कि हाथी की वजह से जिनकी जान गई है, उसे उचित मुआवजा दिया जाएगा. साथ ही साथ उन्होंने लोगों से हाथी के पीछे नहीं भागने की अपील की है. उन्होंने कहा कि हमारी पूरी टीम हाथी को भगाने में लगी हुई है. हम जल्द ही उसे सुरक्षित जंगल तक पहुंचा देंगे.

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8 महीने पहले शहर में कर गया था प्रवेश

झुंड से भटके हाथी ने कई बार दुमका में आतंक मचाया है. पिछले साल भी हाथी ने 2 लोगों की जान ली थी. वहीं लगभग आठ महीने पहले एक हाथी शहरी क्षेत्र में प्रवेश कर गया था और एक युवक को गंभीर रूप से घायल कर दिया था. वन विभाग को कोई बेहतर व्यवस्था करने की जरूरत है. ताकि हाथी इस तरह से जान माल का नुकसान न पहुंचाए.

Last Updated : Oct 26, 2021, 8:15 PM IST
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