दुमकाः झारखंड की उपराजधानी दुमका में मेडिकल कॉलेज पिछले वर्ष खुल तो गया, लेकिन अभी भी यहां बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर की काफी कमी है. इधर, कोरोना संक्रमण के खतरे और लॉकडाउन की वजह से पिछले 3 महीने से इस मेडिकल कॉलेज में शिक्षण कार्य ठप है.
तीन माह से शैक्षणिक कार्य ठपदुमका मेडिकल कॉलेज जिला मुख्यालय से करीब 6 किलोमीटर दूर दिग्घी गांव स्थित सिद्धो-कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय की ओर से प्रदत्त भूमि पर स्थापित है. वहीं, कोरोना संक्रमण के कारण 15 मार्च से ही सरकार के आदेश के बाद यहां शिक्षण कार्य बंद कर दिया गया. कॉलेज के अध्यापक डॉ. अरुण कुमार बताते हैं कि सरकार के द्वारा आदेश आया था कि शिक्षण कार्य बंद कर दिया जाए, तब से यहां शिक्षण कार्य बंद है. इधर, दुमका डीएमसीएच के सुपरिटेंडेंट डॉ. रविंद्र कुमार का कहना है कि कॉलेज में पढ़ाई बंद है. सरकार के आदेश के बाद ही शुरू होगा.
आधारभूत संरचना की कमियों से जूझ रहा मेडिकल कॉलेजबता दें कि दुमका मेडिकल कॉलेज और दुमका मेडिकल कॉलेज अस्पताल दोनों जगह बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर की काफी कमी है. लैब, क्लासरूम तक सही ढंग से अभी भी तैयार नहीं किया गया है. यहां के शिक्षक बताते हैं कि हमें 40% फेकल्टी में ही काम चलाना पड़ रहा है. 60% अभी भी नहीं है. इधर, दुमका मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. रविंद्र कुमार कहते हैं कि पारा मेडिकल कर्मियों की काफी कमी है. हमें 138 पारा मेडिकल कर्मियों की आवश्यकता है, जबकि सिर्फ 38 पदस्थापित हैं.
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सरकार से आवश्यक पहल की कर रहे हैं मांग
यहां के शिक्षक सरकार से मांग कर रहे हैं कि यहां जो बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी है उसकी भरपाई हो, ताकि सुचारू रूप से यह संस्थान चल सके. बता दें कि दुमका में मेडिकल कॉलेज खुलना एक बड़ी उपलब्धि है, लेकिन सिर्फ खुल जाने से नहीं होता यहां जो व्यवस्था होनी चाहिए वह बेहतर होनी चाहिए. सरकार को इस दिशा में अविलंब ध्यान देने की जरूरत है, ताकि जनता को इस मेडिकल कॉलेज से जो उम्मीदें हैं वह पूरी हो सके.