दुमकाः वैसे तो मौजूदा दौर कोरोना वायरस के संक्रमण का है. सभी स्कूल और कॉलेज बंद है, लेकिन बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए मैट्रिक परीक्षा की कॉपियों की जांच की जा रही है. इस दौरान शिक्षक कोरोना की वजह से सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन कर रहे हैं.
शिक्षकों में दिख रहा है भरपूर अनुशासन
चेहरे को मास्क से ढक कर शिक्षक कॉपियों को जांचने के लिए स्कूल में प्रवेश करते हैं. सभी सोशल डिस्टेंसिंग कर पंक्तिबद्ध होते हैं. फिर उनकी थर्मल स्कैनिंग होती है. उनके शरीर के तापमान को नोट किया जाता है. यही नहीं मूल्यांकन कक्ष में उन्हें सोशल डिस्टेंस मेंटेन करते हुए बैठाया जा रहा है. जहां हर बेंच में सैनिटाइजर की व्यवस्था है.
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क्या कहते हैं स्कूल के प्रिंसिपल
जिला स्कूल के प्रिंसिपल कैप्टन दिलीप कुमार झा जिन्हें राष्ट्रपति पदक भी प्राप्त है, वे बताते हैं कि जैक की ओर से गाइडलाइन आयी है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए जो सुरक्षा मापदंड है उसका पूरी तरह से फॉलो किया जाए. इसलिए वे सभी सुरक्षा मानकों का स्कूल में पालन करवा रहे हैं. कहीं कोई चूक न हो जाए इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है.
क्या कहते हैं शिक्षक
शिक्षकों का कहना है कि विद्यालय में अभी पढ़ाई बंद है लेकिन मैट्रिक की कॉपियों की जांच समय पर करना बच्चों के भविष्य के लिए काफी जरूरी है. कॉपी जांच करने के दौरान वे सभी सुरक्षा मानकों का पूरा ध्यान रख रहे हैं ताकि किसी तरह की कोई परेशानी न हो.
सावधानी ही बचाव
पिछले कई महीने से पूरा विश्व कोरोना संक्रमण के खतरे से जूझ रहा है. यह साफ हो चुका है कि इससे अगर बचना है तो अपने को सुरक्षित रखना बहुत जरूरी है. दुमका के जिला स्कूल में शिक्षक जिस तरह सुरक्षा मापदंडों का भली-भांति पालन कर रहे हैं, वह काबिले-तारीफ है.