दुमका: फाल्गुन पूर्णिमा के अवसर पर आज बासुकीनाथ धाम मंदिर में बाबा भोलेनाथ को रंग-गुलाल और पुआ पकवान चढ़ा. पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं की मंदिर में काफी भीड़ उमड़ी. इस दौरान भीड़ नियंत्रण के लिए पुलिस प्रशासन काफी सक्रिय दिखी.
बासुकीनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी सदाशिव पंडा ने बताया कि महाशिवरात्रि में आयोजित शिव पार्वती विवाह के बाद बाबा मंदिर गर्भगृह में बाबा के विश्राम के लिए लगाए गए पलंग को आज विधि-विधान पूर्वक हटाया गया. वर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुसार फागुन मास की पूर्णिमा के दिन भोले बाबा पर अबीर गुलाल चढ़ाकर होली मनायी जाती है.
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पंडा धर्म रक्षिणी सभा के अध्यक्ष मनोज पंडा ने कहा कि बासुकीनाथ मंदिर में वर्षों से चली आ रही परंपरा हर और हरि का मिलन होता है और जिसके निमित्त आज भगवान विष्णु को गर्भ में ले जाकर बाबा भोलेनाथ से मिलन कराया गया. इसके साथ ही अबीर गुलाल बाबा भोलेनाथ पर चढ़ाया गया. उन्होंने कहा कि पुराणों के अनुसार डुंडा राक्षसी जो होलिका के नाम से मशहूर है, उनका दहन होने के बाद से ही उनके राख से होली की शुरुआत की जाती है और यह परंपरा बरसों से मनाया जा रहा है.