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धनबाद में धधकती आग और गैस का 'तांडव', मजदूरों को विस्थापन के नाम पर सिर्फ 35 हजार रुपये - धनबाद में भूमिगत आग

धनबाद के लोयाबाद एरिया में भूमिगत आग अब बढ़ती जा रही है. इससे लोगों को बेहद परेशानी हो रही है. अग्नि प्रभावित क्षेत्र के विस्थापितों का पुनर्वास भूली में किया जा रहा है. जहां ना तो बिजली है, ना पानी है और ना ही रहने के लिए छत. आग पर काबू पाने के नाम पर बीसीसीएल प्रबंधन आग पर मिट्टी डाल उसे ढंकने के अलावा कुछ और नहीं कर पा रही है.

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धनबाद में धधकती आग और गैस ने मचाया 'तांडव'
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Published : May 26, 2021, 4:00 PM IST

Updated : May 27, 2021, 6:20 AM IST

धनबाद: लोयाबाद एरिया-5 के वासुदेवपुर कोलियरी में भूमिगत आग का तांडव बढ़ता ही जा रहा है. जमीन के नीचे बेशकीमती कोकिंग कोल में लगी आग के कारण स्थानीय लोगों में दहशत है. पिछले दिनों संजय उद्योग आउटसोर्सिंग माइंस में जोरदार आवाज के साथ ब्लास्ट हुआ. अचानक हुए इस ब्लास्ट के बाद तेजी से गैस रिसाव शुरू हो गया. इसके बाद से अबतक यहां गैस रिसाव जारी है. विस्थापन के नाम पर लोगों को 35 हजार की राशि दी जा रही है और रहने को जगह.

देखिए स्पेशल रिपोर्ट

ये भी पढ़ें- जब ऑक्सीजन के लिए तड़प रहा था देश, झारखंड बना पालनहार, अकेले 35 फीसदी की ऑक्सीजन की सप्लाई

कोयले में लगी आग मानो इस बार वासुदेवपुर केंदुआडीह बस्ती और उसके आस-पास की बस्ती को पूरी तरह निगलने का मन बना चुकी है. इसमें कोयला कंपनी के अधिकारी भी मानो आग के समर्थन में खड़े नजर आते हैं. अग्नि प्रभावित वासुदेवपुर क्षेत्र में बीसीसीएल और झरिया पुनर्वास प्राधिकार समिति (JRDA) ने सर्वे शुरू कर वहां के लोगों के विस्थापन की बात शुरू कर दी है. वासुदेवपुर के विस्थापितों की हालत 'ताड़ से गिरकर खजूर पर अटके' वाली कहावत को चरितार्थ कर रही है.

विस्थापितों को भूली किया जा रहा शिफ्ट

अग्नि प्रभावित क्षेत्र के विस्थापितों का पुनर्वास भूली में किया जा रहा है. जहां ना तो बिजली है, ना पानी है और ना ही रहने के लिए छत. आग पर काबू पाने के नाम पर बीसीसीएल प्रबंधन आग पर मिट्टी डाल उसे ढंकने के अलावा कुछ और नहीं कर पा रही है. जिस खदान में आग धधक रही है और गैस रिसाव अभी भी हो रहा है, ठीक उसके ऊपर घनी आबादी वाली बस्ती बसी हुई है.


आरजेडी नेता ने बताया साजिश

वहीं, आरजेडी नेता चंद्रदेव यादव इसे लोगों को हटाने के लिए एक सोची समझी साजिश बता रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीसीसीएल का सिर्फ कोयला उत्पादन बढ़ाना मकसद रह गया है. बीसीसीएल सुरक्षा की गारंटी की जिम्मेदारी से भाग रही है. मिटटी डालने से आग नहीं रुकेगी. साथ ही उन्होंने कहा की लोग अपने परिवार के साथ पिछले चार पांच पुश्त से रह रहे हैं, तो वह जाएं तो जाएं कहां. वार्ड 12 के पार्षद प्रतिनिधि गोविंदा रावत ने कहा कि केंदुआ खटाल, केंदुआ चार नंबर और केंदुआ बाजार में करीब 20 से 25 हजार लोग यहां रहते हैं. आज की घटना से सभी भयभीत हैं. समय रहते इसका समाधान नहीं किया गया, तो आने वाले दिन में कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

200 घर प्रभावित

वहीं, केंदुआ खटाल चार नंबर के रहने वाले लोगों ने बताया कि इस घटना से फिलहाल 200 घर जो माइंस के बगल में है, वह पूरी तरह प्रभावित हैं. घटना के बाद लोग काफी सहमे हुए हैं. बीसीसीएल प्रबंधन की ओर से लगातार दबाव बनाया जा रहा है कि जल्द से जल्द जगह को खाली कर दें और भूली चले जाएं.

बीसीसीएल से बात कर आग पर काबू पाने की कोशिश

सिजुआ एरिया के बीसीसीएल अधिकारी सत्येंद्र कुमार सिंह ने कहा कि माइंस के आस-पास एक घनी आबादी है. माइंस में आग लगी हुई है. आग से लोगों को नुकसान हो सकता है. इसलिए लोगों को हटाने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं, धनबाद अनुमंडल पदाधिकारी सुरेंद्र कुमार कहते हैं कि बीसीसीएल अधिकारी से बात कर आग पर कैसे काबू पाया जाए इसकी जानकारी ली है. साथ ही लोग सुरक्षित रहें इसके लिए लोगों को भूली में जमीन दी जा रही है. जल्द ही लोगों से बात कर वहां बसाया जाएगा.

धनबाद: लोयाबाद एरिया-5 के वासुदेवपुर कोलियरी में भूमिगत आग का तांडव बढ़ता ही जा रहा है. जमीन के नीचे बेशकीमती कोकिंग कोल में लगी आग के कारण स्थानीय लोगों में दहशत है. पिछले दिनों संजय उद्योग आउटसोर्सिंग माइंस में जोरदार आवाज के साथ ब्लास्ट हुआ. अचानक हुए इस ब्लास्ट के बाद तेजी से गैस रिसाव शुरू हो गया. इसके बाद से अबतक यहां गैस रिसाव जारी है. विस्थापन के नाम पर लोगों को 35 हजार की राशि दी जा रही है और रहने को जगह.

देखिए स्पेशल रिपोर्ट

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कोयले में लगी आग मानो इस बार वासुदेवपुर केंदुआडीह बस्ती और उसके आस-पास की बस्ती को पूरी तरह निगलने का मन बना चुकी है. इसमें कोयला कंपनी के अधिकारी भी मानो आग के समर्थन में खड़े नजर आते हैं. अग्नि प्रभावित वासुदेवपुर क्षेत्र में बीसीसीएल और झरिया पुनर्वास प्राधिकार समिति (JRDA) ने सर्वे शुरू कर वहां के लोगों के विस्थापन की बात शुरू कर दी है. वासुदेवपुर के विस्थापितों की हालत 'ताड़ से गिरकर खजूर पर अटके' वाली कहावत को चरितार्थ कर रही है.

विस्थापितों को भूली किया जा रहा शिफ्ट

अग्नि प्रभावित क्षेत्र के विस्थापितों का पुनर्वास भूली में किया जा रहा है. जहां ना तो बिजली है, ना पानी है और ना ही रहने के लिए छत. आग पर काबू पाने के नाम पर बीसीसीएल प्रबंधन आग पर मिट्टी डाल उसे ढंकने के अलावा कुछ और नहीं कर पा रही है. जिस खदान में आग धधक रही है और गैस रिसाव अभी भी हो रहा है, ठीक उसके ऊपर घनी आबादी वाली बस्ती बसी हुई है.


आरजेडी नेता ने बताया साजिश

वहीं, आरजेडी नेता चंद्रदेव यादव इसे लोगों को हटाने के लिए एक सोची समझी साजिश बता रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीसीसीएल का सिर्फ कोयला उत्पादन बढ़ाना मकसद रह गया है. बीसीसीएल सुरक्षा की गारंटी की जिम्मेदारी से भाग रही है. मिटटी डालने से आग नहीं रुकेगी. साथ ही उन्होंने कहा की लोग अपने परिवार के साथ पिछले चार पांच पुश्त से रह रहे हैं, तो वह जाएं तो जाएं कहां. वार्ड 12 के पार्षद प्रतिनिधि गोविंदा रावत ने कहा कि केंदुआ खटाल, केंदुआ चार नंबर और केंदुआ बाजार में करीब 20 से 25 हजार लोग यहां रहते हैं. आज की घटना से सभी भयभीत हैं. समय रहते इसका समाधान नहीं किया गया, तो आने वाले दिन में कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

200 घर प्रभावित

वहीं, केंदुआ खटाल चार नंबर के रहने वाले लोगों ने बताया कि इस घटना से फिलहाल 200 घर जो माइंस के बगल में है, वह पूरी तरह प्रभावित हैं. घटना के बाद लोग काफी सहमे हुए हैं. बीसीसीएल प्रबंधन की ओर से लगातार दबाव बनाया जा रहा है कि जल्द से जल्द जगह को खाली कर दें और भूली चले जाएं.

बीसीसीएल से बात कर आग पर काबू पाने की कोशिश

सिजुआ एरिया के बीसीसीएल अधिकारी सत्येंद्र कुमार सिंह ने कहा कि माइंस के आस-पास एक घनी आबादी है. माइंस में आग लगी हुई है. आग से लोगों को नुकसान हो सकता है. इसलिए लोगों को हटाने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं, धनबाद अनुमंडल पदाधिकारी सुरेंद्र कुमार कहते हैं कि बीसीसीएल अधिकारी से बात कर आग पर कैसे काबू पाया जाए इसकी जानकारी ली है. साथ ही लोग सुरक्षित रहें इसके लिए लोगों को भूली में जमीन दी जा रही है. जल्द ही लोगों से बात कर वहां बसाया जाएगा.

Last Updated : May 27, 2021, 6:20 AM IST
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