धनबाद: कभी सैलानियों से गुलजार रहने वाला धनबाद का मैथन डैम वीरान पड़ा हुआ है. झारखंड में कोरोना संक्रमण और उसके बाद जारी सरकारी गाइडलाइन ने यहां व्यवसाय कर रहे लोगों की कमर तोड़ दी है. पर्यटकों के नहीं आने और धंधा मंदा पड़ने से हालत भुखमरी तक पहुंच गई है.
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कोरोना के कारण धंधा चौपट: झारखंड में कोरोना की भयावह स्थिति को देखते हुए सरकार की तरफ से 31 जनवरी तक कई पाबंदिया लगा दी गई है. जिसका सीधा असर पर्यटन और उससे जुड़े व्यवसाय पर पड़ रहा है. प्रतिबंधों के कारण पर्यटक मैथन डैम नहीं आ रहे हैं जिससे स्थानीय दुकानदारों और नाविकों में मायूसी देखी जा रही है. जो पर्यटक पहुंच रहे हैं वो भी बैरंग वापस लौट रहे हैं.
सरकार से छूट की मांग: स्थानीय दुकानदारों और नाविकों ने सरकार से गाइडलाइन में छूट देने की मांग की है. वो कहते हैं कि झारखंड सरकार अगर शॉपिंग मॉल, बार और रेस्टोरेंट में छूट दे सकती है तो पर्यटन को भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ छूट देना चाहिए, नाविक मंटू महतो ने बताया कि दिसम्बर और जनवरी माह को लेकर हम सभी काफी पहले से तैयारी में जुट जाते हैं. परंतु पिछले दो तीन वर्षों से कोरोना के कारण हम सबों का घर चलाना मुश्किल हो गया हैं. बैंक द्वारा कर्ज लेकर लाखो रुपये की बोट खरीदते हैं. जिसका ईएमआई समय पर नही चुका रहा रहे हैं . बैंक द्वारा नोटिस आ रहा हैं बोट घाट बंद होने के कारण सैकड़ो परिवार भूखो मरने की स्थिति आ पड़ी है.
सरकार के आदेश का पालन: पूरे मामले में प्रखंड विकास पदाधिकारी विनोद कर्मकार कहते हैं कि जिला प्रशासन सरकार के आदेशों का अनुपालन करा रही है. उन्होंने सभी टूरिस्टों से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने करने की अपील की. उन्होंने कहा कि अगले आदेश तक सारे टूरिस्ट प्लेस बंद ही रहेंगे.