धनबाद: जिले में मरीज की मौत के बाद परिजनों ने निजी क्लिनिक में जमकर हंगामा किया. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर्स की लापरवाही की वजह से युवक की मौत हो गई. परिजनों का कहना है कि आयुष्मान से ज्यादा पैसा बनाने के लिए डॉक्टर मरीज का तीन-तीन बार ऑपरेशन करते हैं. ऑपरेशन के एवज में परिजनों से पैसे भी लिए जाते हैं. वहीं, परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों से डॉक्टर ने इनकार किया है.
दअरसल, केंदुआ के रहनेवाले संजय अग्रवाल को पथरी की शिकायत होने पर उसके परिजनों ने जिले के बैंक मोड़ के मटकुरिया स्थित सुयश क्लिनिक में 9 दिन पहले ही भर्ती कराया गया था. क्लिनिक के डॉक्टर समीर कुमार ने संजय की पथरी का ऑपरेशन था. उसके बाद डॉक्टर ने मरीज को दो चार दिनों बाद ले जाने को कहा. ऑपरेशन के पांचवें दिन मरीज को अचानक तकलीफ होने लगी.
पैसों के चक्कर में तीन बार किया ऑपरेशन
डॉक्टर ने उन्हें दोबारा चेक कर परिजनों को कहा कि वेस्टेज नहीं पास हो पा रहा है. इसके लिए फिर से ऑपरेशन कर एक नली डालना पड़ेगा. परिजनों की सहमति पर डॉक्टर ने मरीज का ऑपरेशन कर नली डाल दी. ऑपरेशन के बावजूद मरीज में कोई सुधार नहीं हुआ.
वहीं, डॉक्टर ने मरीज की तीसरी बार फिर ऑपरेशन किया. लेकिन कोई सुधार नहीं होने के बाद परिजनों ने कहा कि नहीं संभल रहा तो कहीं और इलाज करवा लेंगे. लेकिन डॉक्टर ने परिजनों को दूसरे जगह ले जाने से मना कर दिया. जिसके बाद देर रात मरीज की तबीयत खराब होने लगी और मरीज की मौत हो गई.
मौत की खबर से गुस्साएं परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया. उन्होंने आरोप लगाया कि आयुष्मान योजना का ज्यादा बिल बनाने के चक्कर मे डॉक्टर ने मरीज की जान ले ली.
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डॉक्टर ने आरोप को बताया गलत
वहीं, सुयश क्लिनिक के डॉक्टर समीर कुमार ने परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि हमने अपनी तरफ से मरीज की जान बचाने की पूरी कोशिश की थी.