धनबाद: रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह के ठिकानों पर एनआईए की छापेमारी के बाद पत्नी रूनी सिंह उसके बचाव में सामने आयी है. रूनी सिंह ने जिले के वरीय पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर उपेंद्र सिंह को निर्दोष बताते हुए बीएसएफ के रिटायर्ड जवान पंकज सिंह पर साजिश के तहत माओवादियों को हथियार सप्लाई के मामले में फंसाने का आरोप लगाया. रूनी सिंह ने पूरे मामले में उचित जांच कर कार्रवाई की मांग की है.
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पति को फंसाने की साजिश
एसएसपी संजीव कुमार को आवेदन देने के बाद मीडिया से बात करते हुए उपेंद्र सिंह की पत्नी रूनी सिंह ने कहा कि एनआईए के द्वारा लगभग 14 घंटे तक उसके घर में छापेमारी की गई. इस दौरान एनआईए की टीम ने एक लैपटॉप 5 मोबाइल सीसीटीवी का डीवीआर समेत कुछ अन्य चीजें जब्त करके उसके घर से ले गई है. लेकिन अभियुक्त पंकज कुमार सिंह के द्वारा लगाया गया आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है और उसके पति को फंसाने की साजिश हो रही है.
कार खरीदने के लिए पंकज ने किया था फोन
उपेंद्र की पत्नी रूनी सिंह ने बताया कि उसके पति उपेंद्र सिंह से पंकज ने एक लग्जरी कार खरीदने के लिए फोन किया था और इसी मामले में एक दो दफा उनसे उनकी बातें हुई हैं. लेकिन माओवादियों को हथियार सप्लाई करने या माओवादी की फंडिंग से उसके पति का कोई लेना देना नहीं है और उन्हें बेवजह फंसाया जा रहा है.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि नक्सलियों और आपराधिक गिरोहों को हथियार सप्लाई करने के शक में एनआईए और एटीएस की टीम ने रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह के ठिकानों पर छापेमारी की थी. जिसके बाद उसकी पत्नी ने जांच की मांग को लेकर वरीय पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा है.