धनबाद: जिले में आग बुझाकर लोगों की मुश्किलें कम करने वाला अग्निशमन विभाग खुद कई मुश्किलों से घिरा हुआ है. हाल ये है कि इमरजेंसी में आग बुझाने के लिए विभाग की गाड़ी पेट्रोल पंप संचालकों की दया पर दौड़ रही है. विभाग के कर्मी भी कई महीने से वेतन के भुगतान नहीं होने से परेशान हैं. ऐसे में ये कहना कि विभाग भगवान भरोसे चल रहा है गलत नहीं होगा.
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पेट्रोल का भुगतान नहीं
कहीं भी आग लगने के बाद सबसे पहले धनबाद अग्निशमन विभाग को याद किया जाता है. उसके बाद इस विभाग की गाड़ी मौके पर पहुंचकर आग बुझाकर लोगों को राहत पहुंचाती है. लेकिन वही गाड़ी जिस ईंधन से चल रही है उसका लंबे समय से पेट्रोल पंप मालिकों को भुगतान नहीं किया जा रहा है. हालत ये है कि संचालकों ने बकाया ईंधन के पैसे के भुगतान के लिए चेतावनी दी है. बकाया नहीं मिलने पर पेट्रोल पंप संचालक ईंधन देने से मना कर रहे हैं. विभाग के अधिकारियों के मुताबिक भुगतान के लिए कई बार जिले के अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है लेकिन कोई असर नहीं हो रहा है. ऐसे में किसी अनहोनी के वक्त विभाग कैसे आगजनी की समस्या से निपटेगा ये बताना मुश्किल है.
कर्मियों को 3 माह से नहीं मिला वेतन
अग्निशमन विभाग के कर्मियों को लगभग 3 माह से वेतन नहीं मिल रहा है. विभाग के कर्मी प्रेम कुमार ठाकुर ने कहा कि लगभग तीन महीने से वेतन नही मिला है जमा पैसे से इस विभाग के कर्मी घर चला रहे हैं. वही धनबाद अग्निश्मन विभाग के प्रभारी विनोद सिंह ने कहा कि समस्याओं से विभाग जूझ रहा है. सरकार को इसपर ध्यान देना चाहिए और बकाया वेतन का जल्द भुगतान करना चाहिए.