धनबादः झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के भाई नुनूलाल मरांडी ने बीसीसीएल सीएमडी के सरायढेला स्थित सरकारी आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की, जिसमें उन्होंने बीसीसीएल सीएमडी को बताया कि बीसीसीएल की ओर से विभिन्न विभागों को आवंटित किए गए वाहन के चालक को मिलने वाले मानदेय में वाहन मालिक मनमानी कर रहा है. ऐसे में गरीब वाहन चालक को पैसे के अभाव में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसके अलावा वैश्विक महामारी कोरोना काल में भी कई वाहन चालक को काम से हटा दिया गया है, जिसकी वजह से उनके समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है.
नुनूलाल मरांडी का कहना है कि ऐसे में वाहन चालक को सीएमडी हस्तक्षेप कर पुन: बहाल कराने की पहल करें और वाहन चालकों को मिलने वाले मानदेय को सही तरीके से उन्हें दिलाना सुनिश्चित करें. मालूम हो कि बीसीसीएल प्रबंधन ने अपने उपयोग के लिए निजी वाहनों को किराए पर ले रखा है, जिसे वह अपने विभाग के अलावा जिला प्रशासन, सीबीआई और कई अन्य केंद्रीय-राज्य सरकार के कार्यालयों को आवंटित कर रखा है.
ये भी पढ़ें-दुमका के खेल मैदानों को नशेड़ियों ने बनाया अपना अड्डा, नशे में धुत गिरे रहते हैं जहां-तहां
ऐसे में इन सभी वाहन चालकों को उचित मानदेय के साथ सुविधा प्रदान करना बीसीसीएल की जिम्मेवारी है, जिसे पूरा नहीं किए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के भाई नुनूलाल मरांडी ने बीसीसीएल सीएमडी को मामले से अवगत कराया है जिसका सीएमडी ने सकारात्मक सहयोग देने का आश्वासन दिया है.