धनबाद: जिले में शहीद रणधीर प्रसाद वर्मा को उनकी पुण्यतिथि संगीतमय श्रद्धांजलि दी गई. तत्कालीन एसपी रणधीर प्रसाद वर्मा 3 जनवरी 1991 को पंजाब के खालिस्तानी आतंकवादियों से बैंक लूट के दौरान लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे. जिसके बाद हर साल उन्हें धनबाद के कोर्ट मोड़ अवस्थित रणधीर वर्मा चौक पर श्रद्धांजलि दी जाती है.
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मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित शहीद रणधीर प्रसाद वर्मा को आज 29वें शहादत दिवस पर श्रद्धांजलि दी गई. गौरतलब है कि 3 जनवरी 1991 को लगभग 11 बजे तत्कालीन एसपी रणधीर प्रसाद वर्मा को हीरापुर बैंक ऑफ इंडिया में लूट की जानकारी मिली. फिर आनन-फानन में वह खुद ही वहां के लिए निकल पड़े और बैंक डकैतों से लोहा लेते हुए वह शहीद हो गए. उनके साथ धनबाद आईएसएम के कर्मचारी श्यामल चक्रवर्ती को भी गोली लगी थी जिनकी मृत्यु हो गई. जिनकी प्रतिमा भी आईआईटी-आईएसएम के मुख्य दरवाजे के समीप लगाई गई है जहां उन्हें भी आज श्रद्धांजलि दी जाती है.
रणधीर प्रसाद वर्मा की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी रीता वर्मा को भाजपा के टिकट पर धनबाद से लोकसभा का प्रत्याशी बनाया गया और वह धनबाद से लोकसभा का चुनाव जीत गयी. श्रद्धांजलि देने वालों में पत्नी रीता वर्मा, उपायुक्त अमित कुमार, एसएसपी किशोर कौशल, मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल, धनबाद विधायक राज सिन्हा, सिंदरी विधायक इंद्रजीत महतो, झरिया विधायक पूर्णिमा सिंह, जेल में बंद पूर्व विधायक संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह, धनबाद बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राधेश्याम गोस्वामी, कांग्रेस के कार्यकारी जिला अध्यक्ष रविंदर वर्मा के साथ-साथ कई गणमान्य लोग मौजूद रहे.
इस दौरान धनबाद मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि रणधीर प्रसाद वर्मा की मूर्ति काफी पुरानी हो गई है और उसका सौंदर्यीकरण कर मूर्ति को बदला जाएगा. इस पर धनबाद विधायक राज सिन्हा ने आपत्ति जताते हुए कहा कि इस मूर्ति का अनावरण माननीय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था इस कारण मूर्ति को रहने दिया जाए. राज सिन्हा के बाद मेयर ने कहा कि सभी का जो निर्णय होगा वही किया जाएगा.