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धनबादः 10 सूत्री मांगों को लेकर मासस का प्रदर्शन, केंद्र सरकार से कानून में संशोधन की मांग

धनबाद में मार्क्सवादी समन्वय समिति के बैनर तले अपने 10 सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया. इस दौरान उन्होंने कृषि बिल और श्रम कानून में लाए गए केंद्र सरकार की ओर से बदलाव पर विरोध जताया.

mcc protest in dhanbad
धनबाद में मासस का प्रदर्शन
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Published : Sep 24, 2020, 6:06 PM IST

धनबाद: रणधीर वर्मा चौक से मार्क्सवादी समन्वय समिति के बैनर तले अपने 10 सूत्री मांगों को लेकर पूरे जिले के विभिन्न इलाकों में प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार लॉकडाउन जैसे गंभीर स्थिति में नए-नए कानून लाकर देश की जनता को परेशान करने का काम कर रही है.

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वहीं, एमसीसी नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से लाया गया कृषि बिल और श्रम कानून में बदलाव इसका जीता जागता उदाहरण है. उन्होंने कहा कि सरकार कृषि बिल लाकर किसानों को फिर से एक बार भुखमरी के कगार पर धकेलने का काम कर रही है. वहीं, श्रम कानून में बदलाव कर देश के पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने का काम सरकार कर रही है. उन्होंने कहा कि श्रम कानून में बदलाव से निजीकरण, आउटसोर्सिंग और छंटनी जैसी समस्या मजदूरों के सामने खड़ी होगी.

मासस नेताओं ने कहा कि मासस अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर आज प्रदर्शन कर रही है. अगर उनकी मांग नहीं मानी जाती है तो आगे जोरदार आंदोलन किया जाएगा.

धनबाद: रणधीर वर्मा चौक से मार्क्सवादी समन्वय समिति के बैनर तले अपने 10 सूत्री मांगों को लेकर पूरे जिले के विभिन्न इलाकों में प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार लॉकडाउन जैसे गंभीर स्थिति में नए-नए कानून लाकर देश की जनता को परेशान करने का काम कर रही है.

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वहीं, एमसीसी नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से लाया गया कृषि बिल और श्रम कानून में बदलाव इसका जीता जागता उदाहरण है. उन्होंने कहा कि सरकार कृषि बिल लाकर किसानों को फिर से एक बार भुखमरी के कगार पर धकेलने का काम कर रही है. वहीं, श्रम कानून में बदलाव कर देश के पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने का काम सरकार कर रही है. उन्होंने कहा कि श्रम कानून में बदलाव से निजीकरण, आउटसोर्सिंग और छंटनी जैसी समस्या मजदूरों के सामने खड़ी होगी.

मासस नेताओं ने कहा कि मासस अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर आज प्रदर्शन कर रही है. अगर उनकी मांग नहीं मानी जाती है तो आगे जोरदार आंदोलन किया जाएगा.

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