धनबाद: जिले के एक निजी कंपनी के मैनेजर से ब्लैकमेलिंग में एक महिला स्टाफ ने लाखों की रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है. पैसे नहीं देने पर मैनेजर का अपहरण कर लिया गया. 60 हजार देने के बाद फिर उसे आजाद किया गया. मैनेजर ने महिला स्टाफ और उसके एक रिश्तेदार सहित सात लोगों के खिलाफ थाने में शिकायत की है.
बता दें कि उर्मिला इंटरनेशनल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के प्रोजेक्ट मैनेजर राजीव रंजन धनबाद स्टेशन के रेलवे यार्ड और क्रुलॉबी में काम करते हैं. राजीव ने अपने एक महिला स्टाफ सहित सात लोगों के खिलाफ ब्लैकमेलिंग के जरिए 5 लाख की रंगदारी मांगने. रंगदारी नहीं देने पर उसका अपहरण करने और 60 हजार रुपए देने के बाद उसे छोड़ देने का आरोप लगाते हुए धनसार थाना में लिखित शिकायत की गई है.
उन्होंने लिखित आवेदन में बताया कि 23 जनवरी 2020 को क्रुलॉबी स्टाफ तान्या को फोन कर ड्यूटी पर आने के लिए कहा गया था. तान्या ने तबीयत खराब होने की बात फोन पर कही. जिसके बाद राजीव ने गुस्से में आकर उसे ड्यूटी से निकालने की धमकी दी. इसके कुछ दिन बीत जाने के बाद तान्या अपने जीजा राज, गुड्डू पासवान, बंटी पासवान और पार्षद पति उपेंद्र प्रसाद के साथ राजीव पर गलत आरोप लगाए और पुलिस में शिकायत करने की चेतावनी दी.
राजीव के विरोध करने पर एक वीडियो वायरल करने की धमकी देते हुए 5 लाख रुपए रंगदारी की मांग की गई. पैसे नहीं देने पर इन लोगों ने राजीव का अपहरण कर लिया गया. मनईटांड़ स्थित गोल बिल्डिंग में उसे बंधक बनाकर रखा गया. इन लोगों ने रुपए दिए जाने का दबाव बनाने के बाद राजीव ने अपने एक दोस्त से 60 हजार रूपए भी मंगवाकर दिए, जिसके बाद इन्हें छोड़ा गया.
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इस घटना के दहशत में आकर राजीव पटना चला गया. लॉकडाउन में थोड़ी छूट मिलने के बाद राजीव ने प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया है. राजीव को एक वीडियो भी मिला है. जिसमें इनकी साजिश रची गई है. आरोपियों का 60 हजार रूपए लेते हुए एक वीडियो भी राजीव को मिला है.