ETV Bharat / city

कोरोना ने छीनी गणेश महोत्सव की रौनक, मूर्तिकारों को घर चलाना भी हो रहा मुश्किल - धनबाद में मनाया जाएगा गणेश महोत्सव

गणेश महोत्सव पर कोरोना का असर दिख रहा है. कोरोना के कारण इस बार का महोत्सव का आयोजन बिलकुल ही साधारण ढंग से किया जाएगा. न तो किसी मेले का आयोजन होगा और न ही कोई कार्यक्रम होगा.

Fair will not be organized on Ganesh festival in Dhanbad
गणेश महोत्सव
author img

By

Published : Aug 21, 2020, 1:24 PM IST

धनबाद: कोयलांचल में गणेश महोत्सव की तैयारी काफी पहले से ही शुरू हो जाती थी, लेकिन कोरोना के कारण इस बार पूरी तरह से फीकी रहेगी. मूर्तिकारों में भी इस बार निराशा के भाव हैं. लोग इस बार घर से ही पूजा करेंगे.

देखिए पूरी खबर

गणेश महोत्सव के अवसर पर मेले से लेकर कई तरह के बड़े कार्यक्रमों का आयोजन डिगवाडीह में होता था. लोगों की भींड भी यहां देखते बनती थी. 15 दिनों तक चलने वाले इस गणेश महोत्सव में झारखंड समेत पड़ोसी राज्यों से लाखों लोग यहां पहुंचते थे. कोरोना के कारण इस बार का महोत्सव का आयोजन बिलकुल ही साधारण ढंग से किया जाएगा. न तो किसी मेले का आयोजन होगा और न ही कोई कार्यक्रम होगा.

छोटी मूर्ति की मांग ज्यादा

शहर में गणेश महोत्सव को लेकर जगह-जगह पंडालों का भव्य निर्माण कर उनमें बड़े आकर्षक और सुंदर गणपति की प्रतिमाएं स्थापित की जाती थी, लेकिन कोरोना के कारण बड़ी गणपति की प्रतिमाओं की मांग में कमी आई है. इस बार गणपति की छोटी प्रतिमाओं की मांग की जा रही है. मूर्तिकारों का मानना है कि पहले जहां लोग बड़े पूजा पंडालों में गणपति की प्रतिमा स्थापित करने के बड़ी प्रतिमाओं की मांग करते थे. वहीं, इस वर्ष लोग छोटी मूर्तियों की मांग कर रहे हैं. ऐसे में उनकी आमदनी पर भी इसका असर पड़ा है.

ये भी पढ़ें: हादसों का हाईवे है पलामू-रांची NH, सड़क रैंगते हैं वाहन

मूर्ति निर्माण सामग्री हुई महंगी

इसके साथ ही मूर्ति निर्माण में लगने वाली सामग्रियों की कीमत में भी कोरोना के कारण इजाफा हुआ है. 5 हजार की सामग्री 7 से 8 हजार में खरीदनी पड़ रही है. मूर्ति निर्माण की सामग्री ज्यादातर कोलकाता से आती है. कोलकाता में लॉकडाउन रहने के कारण सामग्री औने पौने दामों पर खरीदना पड़ रहा है. मूर्तिकारों ने कहा कि कुल मिलाकर अब इस कला में पेट पालना भी मुश्किल हो रहा है.

धनबाद: कोयलांचल में गणेश महोत्सव की तैयारी काफी पहले से ही शुरू हो जाती थी, लेकिन कोरोना के कारण इस बार पूरी तरह से फीकी रहेगी. मूर्तिकारों में भी इस बार निराशा के भाव हैं. लोग इस बार घर से ही पूजा करेंगे.

देखिए पूरी खबर

गणेश महोत्सव के अवसर पर मेले से लेकर कई तरह के बड़े कार्यक्रमों का आयोजन डिगवाडीह में होता था. लोगों की भींड भी यहां देखते बनती थी. 15 दिनों तक चलने वाले इस गणेश महोत्सव में झारखंड समेत पड़ोसी राज्यों से लाखों लोग यहां पहुंचते थे. कोरोना के कारण इस बार का महोत्सव का आयोजन बिलकुल ही साधारण ढंग से किया जाएगा. न तो किसी मेले का आयोजन होगा और न ही कोई कार्यक्रम होगा.

छोटी मूर्ति की मांग ज्यादा

शहर में गणेश महोत्सव को लेकर जगह-जगह पंडालों का भव्य निर्माण कर उनमें बड़े आकर्षक और सुंदर गणपति की प्रतिमाएं स्थापित की जाती थी, लेकिन कोरोना के कारण बड़ी गणपति की प्रतिमाओं की मांग में कमी आई है. इस बार गणपति की छोटी प्रतिमाओं की मांग की जा रही है. मूर्तिकारों का मानना है कि पहले जहां लोग बड़े पूजा पंडालों में गणपति की प्रतिमा स्थापित करने के बड़ी प्रतिमाओं की मांग करते थे. वहीं, इस वर्ष लोग छोटी मूर्तियों की मांग कर रहे हैं. ऐसे में उनकी आमदनी पर भी इसका असर पड़ा है.

ये भी पढ़ें: हादसों का हाईवे है पलामू-रांची NH, सड़क रैंगते हैं वाहन

मूर्ति निर्माण सामग्री हुई महंगी

इसके साथ ही मूर्ति निर्माण में लगने वाली सामग्रियों की कीमत में भी कोरोना के कारण इजाफा हुआ है. 5 हजार की सामग्री 7 से 8 हजार में खरीदनी पड़ रही है. मूर्ति निर्माण की सामग्री ज्यादातर कोलकाता से आती है. कोलकाता में लॉकडाउन रहने के कारण सामग्री औने पौने दामों पर खरीदना पड़ रहा है. मूर्तिकारों ने कहा कि कुल मिलाकर अब इस कला में पेट पालना भी मुश्किल हो रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.